पिछले पांच साल में गोल्ड ने दिया बंपर रिटर्न, कीमतों में हुआ 99 फीसदी का इजाफा
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सोने को परंपरागत रूप से निवेश का सबसे बेहतर और सुरक्षित जरिया समझा जाता है. यही कारण है कि दुनिया में भारत सोने का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है. देश में सोने को लेकर जो मान्यताएं हैं, उनका भी इसकी खपत में बड़ा योगदान है.
सोना (Gold) को संकट का साथी कहा जाता है. जब भी दुनिया की अर्थव्यवस्था में मंदी जैसी स्थिति बनती है, तब निवेशकों का भरोसा सोना पर बढ़ जाता है. पिछले कुछ साल में कोविड-19 और रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से ग्लोबल इकोनॉमी में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. मार्केट में बढ़ती अनिश्चितताओं ने सोने की कीमतों में जोरदार इजाफा किया है. पिछले पांच साल में गोल्ड ने जोरदार रिटर्न (Gold Return) दिया है. इस साल भी गोल्ड की कीमतें खूब चमकी हैं.
कितनी बढ़ी गोल्ड की कीमतें
साल 2018 की जुलाई से लेकर अब तक यानी पिछले पांच साल में गोल्ड की कीमतों में करीब 99 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. दूसरी तरफ इस पीरियड में सेंसेक्स सिर्फ 77 फीसदी चढ़ा है. 30 जुलाई 2018 को 24 कैरेट वाले गोल्ड का भाव 30,850 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था. अब गोल्ड की कीमत 21 जुलाई 2021 को 61,400 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है. इस दौरान गोल्ड की कीमत 99 फीसदी बढ़ी है.
लॉन्ग टर्म में साबित होता है फायदेमंद
एक्सपर्ट के मुताबिक, सोना एक डेड एसेट है, जो आपको नियमित आय नहीं देता लेकिन लॉन्ग टर्म में फायदेमंद ही साबित होता है. वहीं बीएसई पर रजिस्टर्ड लगभग 5000 कंपनियों में आप इंडिविजुअल कंपनियों में पैसे लगाकर मुनाफा कमा सकते हैं, हालांकि इसमें रिस्क ज्यादा रहता है. वित्तीय वर्ष FY23 में सोने की कीमतों (Gold Price) में डबल डिजिट में बढ़ोतरी दर्ज की गई. शेयर मार्केट में जबरदस्त अस्थिरता के बीच गोल्ड मजबूत रिटर्न देने वाले सबसे अच्छे विकल्पों में से एक साबित हुआ.
15 फीसदी का रिटर्न