
पंजाब के किसानों से मिलीं अमिताभ की नातिन, बताया क्यों कर रहीं हैं ट्रैक्टर का कारोबार
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नव्या ने कहा कि वो दिल्ली में अपने पिता और दादाजी के साथ बड़ी हुईं जो बिजनेसमैन और इंडस्ट्रियलिस्ट हैं. तो उन्होंने बड़े होते हुए यही ज्यादा देखा. उन्होंने बताया, 'मैं सेट्स पर नहीं जाती थी, फिल्मों और ग्लैमर के करीब नहीं रही. बड़े होते हुए मेरे आसपास स्टॉक मार्किट और ट्रेक्टर की बातें होती थीं, जो हमारा बिजनेस है.'
बॉलीवुड लेजेंड अमिताभ बच्चन की नातिन, नव्या नवेली नंदा से जनता को हमेशा ये उम्मीद थी कि वो बड़े पर्दे पर अपने नाना-नानी की विरासत को आगे बढ़ाती नजर आएं. मगर नव्या ने एक बिल्कुल अलग रास्ता चुना. 26 साल की नव्या एक सक्सेसफुल आंत्रप्रेन्योर हैं और महिला अधिकारों के लिए एक नॉन-प्रॉफिट प्रोजेक्ट चलाती हैं. हालांकि, बच्चन परिवार से अगली पीढ़ी को बड़े पर्दे पर देखने का जनता का सपना. नव्या के भाई अगस्त्य पूरा कर रहे हैं.
नव्या एक्टिंग की बजाय अपने पिता के ट्रैक्टर के कारोबार को आगे बढ़ा रही हैं. अब उन्होंने बताया है कि जब वो फील्ड में अपने काम से निकलती हैं तो लोग किस तरह उन्हें देखकर हैरान होते हैं. और उन्हें हैरान करने के लिए इतना ही काफी है कि '26साल की लड़की ट्रैक्टरों की बात कर रही है'. उन्होंने कहा कि लोगों को उनकी इस पहचान के बारे में नहीं पता होता कि वो अमिताभ बच्चन की नातिन हैं.
एक्टिंग की बजाय बिजनेस करने पर बोलीं नव्या सीएनबीसी-टीवी 18 के एक शो में नव्या ने एक्टिंग को लेकर बात की. जब उनसे पूछा गया कि उनके पीछे अमिताभ बच्चन जैसे लेजेंड का नाम है ऐसे में क्या नेचुरली उन्होंने कभी एक्टिंग के बारे में नहीं सोचा? तो नव्या ने तुरंत इनकार किया. उन्होंने कहा, 'मेरे दोनों तरफ बेहतरीन विरासत है. मेरे पिता की साइड चार पीढ़ियों से बिजनेस में है, मैं चौथी पीढ़ी हूं. जब लोग कहते हैं कि ये हैरानी भरा रास्ता था, तो मैं ऐसा नहीं मानती.'
अपनी बात समझाते हुए नव्या ने कहा, 'मैं दिल्ली में अपने पिता और दादाजी के साथ बड़ी हुई जो बिजनेसमैन और इंडस्ट्रियलिस्ट हैं. तो मैंने बड़े होते हुए यही ज्यादा देखा. मैं सेट्स पर नहीं जाती थी, फिल्मों और ग्लैमर के करीब नहीं रही. बड़े होते हुए मेरे आसपास स्टॉक मार्किट और ट्रेक्टर की बातें होती थीं, जो हमारा बिजनेस है.'
बिजनेस में अपने इंटरेस्ट की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि उनके परिवार में सारी महिलाएं बिजनेसवुमन थीं और 'खुद का कुछ' करने का एम्बिशन और मोटिवेशन यहीं से आता है.
किसानों की जरूरतों को खूब समझती हैं नव्या नव्या ने बताया कि उन्होंने अपनी कंपनी के नेटवर्क में आने वाले किसानों, डीलर्स से बात करके मार्केटिंग के बारे में बहुत कुछ सीखा. उन्होंने कहा, 'हमारा कम्युनिकेशन डिजिटल पर शिफ्ट होना बहुत जरूरी है, भले वो ट्रैक्टर खरीदने जैसी साधारण चीज हो. लोग अब ट्रैक्टर देखने के लिए शोरूम और डीलरशिप पर नहीं जाना चाहते, वे घर बैठे अपनी सुविधा के हिसाब से चीजें करना चाहते हैं.'

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