
न्यूजीलैंड के नए पीएम बनने जा रहे क्रिस हिपकिंस, कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में दिया था बड़ा योगदान
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पहली बार 2008 में लेबर पार्टी के लिए संसद के लिए चुने गए, 44 वर्षीय हिपकिंस नवंबर 2020 में COVID-19 के लिए मंत्री नियुक्त किए जाने के बाद महामारी के खिलाफ सरकार की पुरजोर लड़ाई के लिए जाने जाते हैं. हिपकिंस वर्तमान में पुलिस, शिक्षा और सार्वजनिक सेवा मंत्री होने के साथ-साथ सदन के नेता भी हैं.
कोविड-19 महामारी के लिए न्यूजीलैंड की लड़ाई का नेतृत्व करने वाले क्रिस हिपकिंस देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में जैसिंडा अर्डर्न की जगह लेने के लिए तैयार हैं. उन्होंने शनिवार (21 जनवरी) को ये जानकारी दी है. पार्टी का नेतृत्व करने के लिए नामांकित एकमात्र उम्मीदवार के रूप में उभरने के बाद रविवार (22 जनवरी) को कॉकस की बैठक में हिपकिंस के नए नेता के रूप में पुष्टि होने की उम्मीद है.
उन्होंने संसद भवन के बाहर मीडिया से कहा, "मेरे सहयोगियों ने मेरे प्रति जो समर्थन दिखाया है, उससे मैं वास्तव में सम्मानित और विनम्र महसूस कर रहा हूं. यह एक बहुत बड़ा विशेषाधिकार है. यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी है... और मैं वास्तव में इसके लिए उत्सुक हूं."
पहली बार 2008 में लेबर पार्टी के लिए संसद के लिए चुने गए, 44 वर्षीय हिपकिंस नवंबर 2020 में COVID-19 के लिए मंत्री नियुक्त किए जाने के बाद महामारी के खिलाफ सरकार की पुरजोर लड़ाई के लिए जाने जाते हैं. हिपकिंस वर्तमान में पुलिस, शिक्षा और सार्वजनिक सेवा मंत्री होने के साथ-साथ सदन के नेता भी हैं. 14 अक्टूबर को एक आम चुनाव होगा, जिसमें कुछ जनमत सर्वेक्षण दिखा रहे हैं कि लेबर सत्ता पर काबिज होने के लिए संघर्ष करेगी.
इस साल समाप्त हो रहा लेबर पार्टी का कार्यकाल
न्यूजीलैंड की लेबर पार्टी का कार्यकाल इसी साल समाप्त हो जाएगा. देश में 14 अक्टूबर को चुनाव हैं. इस बीच हिपकिंस को देश की जिम्मेदारी मिली है. लेबर पार्टी को सत्ता में लाने के लिए क्रिस हिपकिंस को कड़ी मेहनत करनी होगी. अर्डर्न के इस्तीफे की घोषणा से पहले शुक्रवार को टैक्सपेयर्स यूनियन-क्यूरिया पोल में लेबर पार्टी की लोकप्रियता में 31.7% की गिरावट देखी गई, जबकि विपक्षी न्यूज़ीलैंड नेशनल पार्टी को 37.2% उत्तरदाताओं का समर्थन प्राप्त था.
जैसिंडा अर्डर्न ने दिया था इस्तीफा

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