नेवी की जासूसी केस में NIA का बड़ा खुलासा, एक संदिग्ध आरोपी पाकिस्तान का नागरिक
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NIA की जांच से यह भी पता चला है कि आकाश सोलंकी इस खुफिया सीक्रेट्स के बदले में क्रिप्टो चैनलों के माध्यम से पैसा मिल रहा था, जो कि संदिग्ध पाकिस्तानी ऑपरेटिव मीर बालाज खान से मिल रहा था. आकाश सोलंकी विशाखापट्टनम के नौसेना डॉकयार्ड में इलेक्ट्रिकल आर्टिफिसर रेडियो अपरेंटिस (EAC) के रूप में काम कर रहा था. वह यूपी के फिरोजाबाद का रहने वाला था, जबकि मीर बालाज पाकिस्तान का नागरिक है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस साल की शुरुआत में आंध्र प्रदेश में सामने आए इंडियन नेवी से संबंधित जासूसी केस में एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक समेत 2 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. आरोप पत्र में शामिल दोनों आरोपियों की पहचान आकाश सोलंकी और मीर बालाज खान के रूप में की गई है. आकाश सोलंकी जहां गिरफ्तार किया जा चुका है, वहीं मीर बालाज खान पाकिस्तानी नागरिक है, जो कि अन्य पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ फरार है. ये सभी जासूसी रैकेट में शामिल थे. जिसमें भारत विरोधी साजिश के तहत भारतीय नौसेना से संबंधित संवेदनशील जानकारी लीक की जा रही थी.
दरअसल, आकाश सोलंकी विशाखापट्टनम के नौसेना डॉकयार्ड में इलेक्ट्रिकल आर्टिफिसर रेडियो अपरेंटिस (EAC) के रूप में काम कर रहा था. भारतीय नौसेना के युद्धपोतों और पनडुब्बियों से संबंधित जानकारी लीक कर रहा था. वह 'अदिति चौहान' की पहचान के तहत काम कर रही एक संदिग्ध पाकिस्तानी खुफिया संचालक के साथ-साथ इन सीक्रेट्स को लीक कर रहा था.
NIA की जांच से यह भी पता चला है कि आकाश सोलंकी इस खुफिया सीक्रेट्स के बदले में क्रिप्टो चैनलों के माध्यम से पैसा मिल रहा था, जो कि संदिग्ध पाकिस्तानी ऑपरेटिव मीर बालाज खान से मिल रहा था. वहीं क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज बिनेंस में मीर बालाज खान को लेकर जांच की गई तो एक पाकिस्तानी आईडी कार्ड का पता चला.
आकाश सोलंकी की उम्र 21 साल है. वह यूपी के फिरोजाबाद का रहने वाला है. आकाश और मीर बालाज खान के खिलाफ NIA की स्पेशल कोर्ट में IPC और UAPA अधिनियम की धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है.
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