
नीतीश कैबिनेट विस्तार से पहले दिलीप जायसवाल का मंत्री पद से इस्तीफा, नए मंत्रियों की लिस्ट में तारकिशोर प्रसाद समेत ये नाम
AajTak
बिहार में आज नीतीश कुमार कैबिनेट का विस्तार होना है. कैबिनेट विस्तार से पहले बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. बीजेपी कोटे के संभावित मंत्रियों की लिस्ट भी सामने आ गई है.
बिहार में नीतीश की अगुवाई वाली सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर तस्वीर करीब-करीब साफ हो गई है. आज शाम चार बजे राज्यपाल नीतीश कैबिनेट के नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. कैबिनेट विस्तार से ठीक पहले दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. दिलीप जायसवाल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बिहार यूनिट के अध्यक्ष भी हैं.
इस कैबिनेट विस्तार में बीजेपी के कोटे से सात मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ ले सकते हैं. नए मंत्रियों की लिस्ट में सूबे के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के साथ ही राजू यादव के भी नाम भी शामिल बताए जा रहे हैं. दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से छोड़ने की पुष्टि करते हुए कहा है कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं. उन्होंने मंत्री पद से अपने इस्तीफे के पीछे बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद के सिद्धांत को वजह बताया और कैबिनेट विस्तार के सवाल को टाल गए.
बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कैबिनेट विस्तार कब होगा, ये मुख्यमंत्री का अधिकार है. दिलीप जायसवाल ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने इस्तीफे में स्वेच्छा से मंत्री पद छोड़ने की बात कही है. उनके पास राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का जिम्मा था. नीतीश कुमार कैबिनेट का विस्तार आज शाम 4 बजे हो सकता है जिसमें बीजेपी के कोटे से चार मंत्री शपथ ले सकते हैं.
राजभवन पहुंचे कैबिनेट सेक्रेटरी
बिहार के कैबिनेट सेक्रेटरी एस सिद्धार्थ राजभवन पहुंचे हैं. कैबिनेट सेक्रेटरी उन नामों की लिस्ट लेकर राजभवन पहुंचे हैं जिन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाई जानी है. इस लिस्ट में कुल सात मंत्रियों के नाम होने की बात सामने आई हैं. कैबिनेट सेक्रेटरी एस सिद्धार्थ राज्यपाल को संभावित मंत्रियों की लिस्ट सौंपेंगे.
यह भी पढ़ें: बिहार की सियासत में एंट्री? अपना पत्ता खोलने से क्यों बच रहे नीतीश कुमार के बेटे निशांत

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.







