
दोस्ती, दौरा और डिप्लोमेसी... नेतन्याहू के बाद वॉशिंगटन डीसी में ट्रंप से मिलने वाले दूसरे विदेशी नेता होंगे मोदी!
AajTak
डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद पीएम मोदी के साथ उनकी यह पहली मुलाकात होगी. पीएम मोदी दूसरे ऐसे वैश्विक नेता होंगे, जो ट्रंप से शपथ ग्रहण के बाद द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे. इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप से मुलाकात की थी. दोनों वैश्विक नेताओं के बीच इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस दौरे के बाद सीधे अमेरिका जाएंगे. उनका ये दौरा 12 से 13 फरवरी तक होगा. इस दौरान उनकी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात होगी. दोनों नेताओं के बीच होने वाली ये मीटिंग कई मायनों में अहम मानी जा रही है.
डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद पीएम मोदी के साथ उनकी यह पहली मुलाकात होगी. पीएम मोदी दूसरे ऐसे वैश्विक नेता होंगे, जो ट्रंप से शपथ ग्रहण के बाद द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे. इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप से मुलाकात की थी. दोनों वैश्विक नेताओं के बीच इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
इससे पहले दोनों नेता सात बार द्विपक्षीय वार्ता कर चुके हैं. पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली मुलाकात 26 जून 2017 को वॉशिंगटन में हुई थी. दूसरी मुलाकात 30 नवंबर 2018 को अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में हुई थी. तीसरी मुलाकात जापान के ओसाका मं 28 जून 2019 को, चौथी मुलाकात फ्रांस में 26 अगस्त 2019 को, पांचवीं मुलाकात 22 सितंबर 2019 को अमेरिका के ह्यूस्टन में हुई थी. दोनों नेताओं की छठी मुलाकात 24 सितंबर 2019 को अमेरिका के न्यूयॉर्क में जबकि सातवीं मुलाकात 24-25 फरवरी 2020 को अहमदाबाद में हुई थी. इस लिहाज से दोनों नेताओं की ये आठवीं मुलाकात काफी अहम है.
ट्रंप के निमंत्रण पर पीएम मोदी अमेरिकी दौरे पर होंगे. ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में पीएम मोदी के साथ उनकी ये पहली मुलाकात होगी. इस दौरान भारत-अमेरिका वैश्विक स्ट्रैटेजिक रणनीति को और मजबूत करने, व्यापार से लेकर न्यूक्लियर एनर्जी, डिफेंस, टेक्नोलॉजी, इंडो पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर आतंकवाद से मिलकर मुकाबला करने को लेकर चर्चा हो सकती है. इस दौरान पीएम मोदी ट्रंप के साथ इंडिया-मिडिल ईस्ट यूरोप कॉरिडोर को लेकर भी बात कर सकते हैं.
क्या टैरिफ पर होगी चर्चा?
ट्रंप के सत्ता में आने के बाद से वह कनाडा, मेक्सिको और चीन जैसे देशों पर भारी-भरकम टैरिफ लगा चुके हैं. भारत पर टैरिफ लगाए जाने को लेकर भी ट्रंप का रुख सख्त रहा है. लेकिन अभी तक ट्रंप ने भारत पर किसी तरह का टैरिफ नहीं लगाया है. माना जा रहा है कि इस दौरे के दौरान दोनों नेताओं के बीच टैरिफ को लेकर बातचीत हो सकती है.

तुर्कमेनिस्तान में International Year of Peace and Trust Forum का आयोजन किया गया जिसमें कई देश के प्रमुख नेता शामिल हुए. इस मंच पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पुतिन का इंतजार किया, लेकिन पुतिन लगभग 40 मिनट इंतजार करने के बाद भी पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए नहीं आए.

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया वीजा प्रोग्राम 'ट्रंप गोल्ड कार्ड' लॉन्च किया है, जिसकी कीमत एक मिलियन डॉलर है. इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया है. ट्रंप का कहना है कि इस नए वीजा प्रोग्राम से अमेरिकी खजाने में अरबों डॉलर का इजाफा होगा. वहीं, ट्रंप ने प्रतिभाशाली भारतोय-चीनी छात्रों के वापस लौटने को शर्म की बात बताई. देखें यूएश टॉप-10.

अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय का आर्थिक योगदान बहुत बड़ा है जहां वो बड़े कंपनियों के CEO और यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स के सह-संस्थापक हैं. हाल ही में H-1B वीजा नियमों में कड़े बदलावों ने भारतीय प्रोफेशनल्स को मुश्किल में डाल दिया है. मार्क मिशेल जैसे विश्लेषक भारतीय प्रवासियों के खिलाफ नफरत भरे बयान देते हैं, जबकि सच्चाई ये है कि भारतीय प्रवासी अमेरिकी अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं.

कुछ महीनों पहले अमेरिकन्स कई अलग-अलग मुद्दों पर सोच-बता रहे थे, वेनेजुएला इस लिस्ट में नहीं था. फिर अचानक कुछ घटा. अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने कहा कि वेनेजुएला की नावों को उड़ा देना चाहिए. कुछ ही समय बाद खबर आई कि अमेरिकी फोर्स ने उसकी कई बोट्स को वाकई उड़ा दिया. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने इसे नार्कोटेररिज्म कहा.

अमेरिका ने वेनेजुएला के तट के पास एक बड़े तेल टैंकर 'Skipper' को जब्त कर लिया है, जो कथित तौर पर ईरान जा रहा था. इसके बाद, अमेरिका ने वेनेजुएला की कई शिपिंग कंपनियों और जहाजों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. ट्रंप प्रशासन ने वेनेजुएला के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रखी है और कैरेबियाई सागर में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है.








