दिल्ली: JNU में AISA के कार्यकर्ता ने की छात्रा से छेड़खानी, मामला दर्ज
AajTak
आइसा ने कहा कि छात्रा की शिकायत को यौन उत्पीड़न के खिलाफ जांच करने वाली समिति के पास भेजा गया है. साथ ही आरोपी को संगठन के किसी भी गतिविधि में भाग नहीं लेने को कहा गया है.
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में एक छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है. छात्रा ने वसंत कुंज नॉर्थ थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 354 के तहत केस रजिस्टर्ड कर लिया है.
मामला दर्ज करने के बाद पुलिस का कहना है कि जिस लड़के के खिलाफ छेड़खानी का आरोप लगा है, वह और शिकायतकर्ता पहले से एक-दूसरे को अच्छे से जानते हैं, एक दूसरे के दोस्त हैं लेकिन छात्रा की शिकायत के बाद पुलिस एक्शन ले रही है और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. साथ ही आगे की कार्रवाई की जा रही है.
बताया जा रहा है कि आरोपी छात्र अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) का कार्यकर्ता है. आरोपी के खिलाफ छात्रा ने जेएनयू कैंपस के अंदर छेड़खानी का आरोप लगाया है. छात्रा की ओर से शिकायत की गई है कि आरोपी ने उसे अनुचित तरीके से छूकर और पीछे से जबरदस्ती पकड़ लिया. मना करने के बावजूद आरोपी ऐसा करता रहा.
छात्रा ने अपने बयान में क्या कहा...
शिकायत करने वाली छात्रा ने अपने बयान में कहा है कि मुझे ये भी पता चला कि आरोपी ने मुझे बदनाम करने की भी कोशिश की. इसकी जानकारी मुझे सहपाठियों के जरिए हुई. हालांकि छात्रा ने बयान में घटना की तारीख का जिक्र नहीं किया है. इसके अलावा छात्रा ने आंतरिक शिकायत समिति (ICC) से भी मांग की है कि उसे डिप्रेशन और धमकी से बचान के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए.
उधर, न्यूज एजेंसी पीटीआई की ओर से संपर्क किए जाने पर जेएनयू आईसीसी की पीठासीन अधिकारी पूनम कुमारी ने घटना के बारे में कोई विवरण देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "हमें कई शिकायतें मिलती हैं. हम इन शिकायतों के बारे में कुछ भी नहीं बता सकते क्योंकि यह नियम के खिलाफ है." जेएनयू छात्र कल्याण के डीन सुधीर प्रताप सिंह ने भी कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.