दिल्ली से यूपी, पंजाब-राजस्थान तक 122 ठिकानों पर NIA के छापे, लॉरेंस-गोल्डी के करीबियों पर बड़ी कार्रवाई
AajTak
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली, यूपी, पंजाब से राजस्थान तक देशभर में 122 ठिकानों पर छापेमारी की है. ये छापेमारी गैंगस्टर-खालिस्तानी टेरर नेटवर्क से जुड़े लोगों पर की गई है. बताया जा रहा है कि NIA ने ये छापेमारी लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, नीरज बवाना समेत दर्जन भर गैंगस्टर्स के करीबियों पर की गई है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली, यूपी, पंजाब से राजस्थान तक देशभर में 122 ठिकानों पर छापेमारी की है. ये छापेमारी गैंगस्टर-खालिस्तानी टेरर नेटवर्क से जुड़े लोगों पर की गई है. बताया जा रहा है कि NIA ने ये छापेमारी लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, नीरज बवाना समेत दर्जन भर गैंगस्टर्स के करीबियों पर की गई है.
बताया जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, उत्तराखंड, एमपी में 122 ठिकानों पर छापेमारी की गई है. ये छापेमारी आतंक-ड्रग्स के तस्करों-गैंगस्टरों से सांठगांठ के मामले में की गई है.
कहां कितने ठिकानों पर छापेमारी?
दिल्ली -NCR: 32 जगह NIA की रेड जारी है. पंजाब-चंडीगढ़: 65 जगह पर छापेमारी की गई है उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़, बरेली और लखीमपुर में छापे मारे गए हैं. राजस्थान: 18 जगह पर NIA ने रेड डाली है. मध्य प्रदेश: 2 जगह NIA छापेमारी कर रही है.
केरल में ड्राइविंग के दौरान नियमों की धजी उड़ाने वाले शख्स पर कार्रवाई करते हुए मोटर व्हीकल विभाग ने तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है. अलप्पुझा के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) आर. रामनन की जांच के बाद आरोपी पुजारी बैजू विंसेंट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर किया गया है.
दिल्ली-कनाडा फ्लाइट को बीते सप्ताह उड़ाने की धमकी एक मेल के जरिए दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 13 साल के एक बच्चे को पकड़ा है. यह मेल बच्चे ने हंसी-मजाक में भेज दिया था. वह यह देखना चाहता था कि धमकी भरा मेल भेजने के बाद पुलिस उसे ट्रेस कर पाती है या नहीं. अब उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.