दिल्ली सरकार पर जेपी नड्डा का तंज- ये वो लोग है जो कभी दिल्लीवालों का मनोबल तोड़ते थे
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जेपी नड्डा ने कहा कि कुछ लोग साधक होते हैं, कुछ लोग बाधक होते हैं. दिल्ली भी इससे ग्रसित रही है. आज के दिन किसी का नाम नहीं लेना चाहता लेकिन ये वो लोग हैं जो कभी वैक्सीन को लेकर दिल्ली वालों का मनोबल तोड़ते थे.
पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार के सात साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली सरकार पर तंज किया है. जेपी नड्डा ने कहा कि कुछ लोग साधक होते हैं, कुछ लोग बाधक होते हैं. दिल्ली भी इससे ग्रसित रही है. आज के दिन किसी का नाम नहीं लेना चाहता लेकिन ये वो लोग हैं जो कभी वैक्सीन को लेकर दिल्ली वालों का मनोबल तोड़ते थे. नड्डा ने कहा कि ये वो लोग हैं जो कभी मोहल्ला क्लिनिक को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते थे. एडमिनिस्ट्रेशन को लेकर भी हर रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़े-बड़े दावे करते थे लेकिन जब संक्रमण काल आया तब सबकुछ केंद्र सरकार पर डाल दिया. उन्होंने गौतम गंभीर और पार्टी के अन्य नेताओं की तारीफ की और कहा कि कोरोना महामारी के दौर में अन्य पार्टियां क्वारनटीन में चली गई थीं, बीजेपी के कार्यकर्ता राहत कार्य में जुटे रहे.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.