दिल्लीः 70000 रुपये में बेचते थे रेमडेसिविर का एक इंजेक्शन, कालाबाजारी में नर्स समेत 4 गिरफ्तार
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दिल्ली पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों की पहचान विपुल वर्मा, विशाल कश्यप, शुभम और नर्स ललितेश के तौर पर हुई है. दिल्ली पुलिस के अफसरों ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी ललितेश मूलचंद में नर्स है.
दिल्ली पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमें मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड मूलचंद की एक नर्स भी शामिल है. आरोप है कि इस गैंग के लोग एक इंजेक्शन के लिए 70000 रुपये तक की मांग करते थे. आरोपियों के पास से रेमडेसिविर इंजेक्शन के वॉइल भी बरामद हुए हैं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों की पहचान विपुल वर्मा, विशाल कश्यप, शुभम और नर्स ललितेश के तौर पर हुई है. दिल्ली पुलिस के अफसरों ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी ललितेश मूलचंद में नर्स है. ये नर्स ही इस पूरे गैंग की मास्टरमाइंड है. जो एक इंजेक्शन की कीमच 70000 वसूल रही थी.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.