
तिब्बत को लेकर CDS बिपिन रावत ने दिया बड़ा बयान, सरदार पटेल की दिलाई याद
AajTak
बिपिन रावत के मुताबिक सरदार पटेल तिब्बत को हमेशा एक स्वतंत्र देश की तरह देखते थे. वो इसे बफर देश बनाना चाहते थे जिससे चीन-भारत के सीमा संघर्ष को रोका जा सके.
CDS बिपिन रावत ने रविवार को भारतीय सेना को लेकर बड़ा संदेश दिया. उन्होंने जोर देकर कहा कि सेना को विवादित सीमाओं पर पूरे साल तैनात रहने की जरूरत है. वहीं अपने संबोधन में रावत ने चीन पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने सरदार पटेल का जिक्र करते हुए चीन को आईना दिखाने का काम किया.
सरदार पटेल एक दूरदर्शी थे, उन्होंने हमेशा एक स्वतंत्र तिब्बत का सपना देखा था. वो तिब्बत को एक बफर देश बनाना चाहते थे. सरदार पटेल और जवाहर लाल नेहरू के बीच जो पत्र लिखे गए थे, उसमें भी इस बात का जिक्र आता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.

पानीपत कांड में आरोपी पूनम के पति नवीन ने कहा कि बच्चों को जैसे पानी में तड़पाकर मारा गया, वैसे ही उसकी पत्नी को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उसने किसी भी तांत्रिक कनेक्शन से इनकार किया. वहीं, पूनम की मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी शादी से पहले बिल्कुल सामान्य थी और कभी किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया. उन्होंने स्वीकारा कि यदि उसने यह अपराध किया है तो उसे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए.

माधव राव ने कुछ स्वयंसेवकों को मुस्लिम पहचान देकर विभाजित पंजाब के शहरों में मुस्लिम लीग के प्रभाव वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया. ये लोग बताते थे कि कैसे पूरी तैयारी के साथ मुस्लिम लीग के लोग हिंदू बाहुल्य इलाकों की रिपोर्ट तैयार करते हैं, और फिर हमला करते थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

पिछले दो दिनों से इंडिगो की उड़ानों में भारी रद्द होंगे देखे गए हैं. इस वजह से DGCA ने 4 दिसंबर को इंडिगो के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है. 3 और 4 दिसंबर को लगभग 250 से 300 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं, जिससे यात्री प्रभावित हुए हैं. DGCA का मकसद इंडिगो के कामकाज में सुधार लाना और यात्रियों की असुविधा को कम करना है.









