तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे पर क्या सोचते हैं भारत के मुस्लिम नेता?
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अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो गया है, लेकिन तालिबान के तेवर पिछली बार की तुलना में कुछ अलग हैं. अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी पर भारत के मुस्लिम नेताओं की राय बंटी हुई है. कुछ नेता जहां तालिबान के बदले हुए तेवरों से उम्मीद लगाए बैठे हैं तो कुछ का मानना है कि भारत को इस मुद्दे पर पूरी सतर्कता से आगे बढ़ना चाहिए.
लंबी लड़ाई के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है. तालिबान के बड़े नेता अफगानिस्तान में सरकार बनाने के लिए माथापच्ची कर रहे हैं. इस दौरान काबुल से जिस तरह की तस्वीरें आ रही हैं, उससे पूरी दुनिया हैरान है. लोगों के जेहन में तालिबान के पिछले शासन की खौफनाक यादें जिंदा हैं. हालांकि तालिबान के तेवर पिछली बार की तुलना में कुछ अलग हैं.पूरे देश में इन दिनों गर्मी अपने रिकॉर्ड तोड़ रही है. ऐसे में राजस्थान के अलवर में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए जहां कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं. मंदिरों में कूलर और एसी लगाए गए हैं. वहीं, भगवान के डाइट चार्ट में बदलाव कर दिया गया है. मंदिरों में भगवान को अब रबड़ी, छाछ और ठंडाई का भोग लग रहा है.
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भारत में हो रहे आम चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाक में सब चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी बेहतर होंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि पाक में भारत को लेकर नफरत नहीं है, लेकिन वहां (भारत) वो पाकिस्तान को लेकर नफरत पैदा कर रहा है.
अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी, कुमार को पिछले साल अप्रैल में मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वह अरुणाचल प्रदेश के सीएस थे. 60 वर्षीय नौकरशाह पिछले साल 30 नवंबर को रिटायर होने वाले थे. तब 6 महीने के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया था.