तमिलनाडु की स्टरलाइट कंपनी में ऑक्सीजन उत्पादन शुरू करवाने के लिए एक्शन में सुप्रीम कोर्ट
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सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कुछ लोगों को स्टरलाइट से दिक्कत हो या तमिलनाडु सरकार की खुशफहमी हो, लेकिन इन वजहों से देश के दूसरे हिस्सों के नागरिकों को मरने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता.
तमिलनाडु के टूटीकोरीन बंदरगाह वाले इलाके में वेदांता समूह की कॉपर कंपनी स्टरलाइट में ऑक्सीजन उत्पादन यूनिट चालू करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट सोमवार को आगे की सुनवाई बढ़ाएगा. शु्क्रवार को हुई सुनवाई में कोर्ट की अहम टिप्पणी सामने आई है, जिसमें कोर्ट ने कहा है कि कुछ लोगों को स्टरलाइट से दिक्कत हो या तमिलनाडु सरकार की खुशफहमी हो, लेकिन इन वजहों से देश के दूसरे हिस्सों के नागरिकों को मरने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता. साल 2018 में कानून व्यवस्था की दुहाई देते हुए इस कारखाने को बंद कर दिया गया था. प्लांट के आसपास रहने वाले लोगोॆ को इस प्लांट से आपत्ति थी. स्थानीय लोगों की ओर से कोलिन गोंजाल्विस ने कोर्ट में कहा कि लोगों को इसकी वजह से कैंसर जैसी बीमारियों से सामना करना पड़ रहा है. लोग परेशान हैं. वहीं सरकार को लगता है कि राज्य में ऑक्सीजन की जरूरत के मुताबिक समुचित सप्लाई है. लिहाजा हमें अतिरिक्त उत्पादन की जरूरत नहीं.दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच दिल्ली मेट्रो बिना किसी परेशानी के शानदार सेवा दे रही है. वर्तमान में डीएमआरसी के पास 345 से अधिक मेट्रो हैं, जिनमें लगभग 5000 एसी यूनिट लगे हुए हैं. बाहर का तापमान भले ही 40 डिग्री के पार बना हुआ है, लेकिन मेट्रो के अंदर 24 डिग्री सेल्सियस तापमान में यात्रियों को सफर करने के दौरान गर्मी का अहसास नहीं हो रहा है.
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