
'डोनाल्ड ट्रंप अपना विचार बदलते रहते हैं, एक राजनेता के लिए यह बहुत ही असामान्य', बोले फरीद जकारिया
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जियोपॉलिटिकल एनालिस्ट फरीद जकारिया ने कहा,
"अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास वफादारों की एक टीम है, जो उनके विजन के साथ बारीकी से जुड़ी हुई है. ये टीम स्थापित हस्तियों या जनरलों की जांच के बिना उनके एजेंडे को लागू करने के लिए तैयार है." ये बातें सीनियर जर्नलिस्ट और जियोपॉलिटिकल एनालिस्ट फरीद जकारिया ने आजतक के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल से बातचीत करते हुए कहा.
जकारिया ने कहा कि पहले ट्रंप प्रशासन की विशेषता यह थी कि कई जनरल और अधिकारी राष्ट्रपति के महत्वाकांक्षी एजेंडे को संस्थागत और संवैधानिक विचारों के साथ संतुलित करके सुरक्षा देते थे.
'हम यह पक्के तौर पर जानते हैं...'
फरीद जकारिया ने कहा, "जब 2016 में पहली बार ट्रंप जीते थे, तो उन्हें नहीं लगा था कि वे जीतेंगे. हम यह बात पक्के तौर पर जानते हैं. वे राष्ट्रपति पद पर पहुंचे और अपने साथ दो बहुत ही महत्वपूर्ण लोगों के ग्रुप लेकर गए, जो सुरक्षा की भूमिका निभाते हैं. उनके पहले चीफ ऑफ स्टाफ को याद करें, जो रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के अध्यक्ष रेन्स प्रीबस थे, जिन्हें वे मुश्किल से जानते थे."
फरीद जकारिया ने कहा, "उन्होंने (ट्रंप ने) तीन या चार जनरलों को इसलिए लाया क्योंकि वे उनकी प्रशंसा करते हैं और उन्हें लगता है कि वे उनके विजन को आगे बढ़ाने में उनकी मदद करेंगे. दोनों मामलों में, उन्होंने जो पाया, जिसके बारे में मैं अब उनके नजरिए से बात करने जा रहा हूं, वह यह है कि वे मूल रूप से ट्रंप के प्रति वफादार नहीं थे. ट्रंप 2.0 में इनमें से कोई भी व्यक्ति नहीं है. रिपब्लिकन प्रतिष्ठान के कोई सदस्य नहीं हैं, कोई जनरल नहीं हैं."
उन्होंने कहा, "आपने देखा होगा कि ये सभी लोग हैं, जिन्होंने ट्रंप के प्रति पूर्ण समर्पण और निष्ठा व्यक्त की है. इसका मतलब यह है कि आप ट्रंप के एजेंडे को यथासंभव लागू होते देखेंगे."

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