
जेल से रिहाई के बाद गैंगस्टर ने निकाला जुलूस... नासिक पुलिस ने सिखाया सबक, घुटनों के बल कराई परेड
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नासिक में हिस्ट्रीशीटर की रिहाई पर विजय जुलूस निकालने वाले गैंग को पुलिस ने उनके ही अंदाज में सबक सिखाया. रस्सियों से हाथ बांधकर सड़क पर घुमाया, घुटनों के बल चलवाया और पूरे शहर को साफ संदेश दिया कि अपराधियों का महिमामंडन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
महाराष्ट्र के नासिक शहर में हिस्ट्रीशीटर की जेल से रिहाई पर निकला विजय जुलूस पुलिस की सख्ती के बाद शर्मिंदगी में बदल गया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने जश्न मनाने वालों को ढूंढ निकाला और सरेआम परेड कराकर उनकी गुंडागर्दी का जवाब उनकी ही भाषा में दिया.
दरअसल, नासिक रोड सेंट्रल जेल से एक हिस्ट्रीशीटर की रिहाई हुई थी. इसके बाद उसके गुर्गों ने विजय जुलूस निकाला. तेज डीजे म्यूज़िक के बीच आवाज गूंज रही थी, "राजा के आगमन में उनकी प्रजा का इंतजार". कारों का काफिला, जयकारे और सड़क पर दिखती दबंगई का यह वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया.
वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया. इसके जरिए सरेआम माहौल में डर फैलाने की कोशिश की गई. लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. देवलाली कैंप थाने की टीम ने जुलूस निकालने वालों की पहचान कर ली. उन्हें पकड़कर उनके हाथ रस्सियों से बांध दिए. पूरे इलाके में उन्हें सड़क पर परेड कराई गई.
इतना ही नहीं उनको थाने तक घुटनों के बल चलने को मजबूर किया गया. नासिक पुलिस ने खुद इस कार्रवाई का वीडियो भी शेयर किया. एक्स (ट्विटर) पर पुलिस ने लिखा – "कल हमारी टीमों ने एक ऑन-रिकॉर्ड अपराधी की रिहाई का जश्न मना रहे लड़कों से सख्ती से निपटा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें कठोर सबक मिले. बाकी सभी के लिए यह एक कड़ा संदेश है."
पुलिस ने आगे साफ किया, "अपराधियों का महिमामंडन न करें. नासिक की सड़कों पर विजय जुलूस न निकालें. हम नजर रख रहे हैं." जिस हिस्ट्रीशीटर की रिहाई पर यह जश्न मनाया गया, वह 2020 से जेल में बंद था और 2025 में बाहर निकला. हालांकि, रिहाई के तुरंत बाद ही उसे निर्वासित कर दिया जाएगा. इसके बावजूद गैंग ने 'राजा के स्वागत' का तमाशा रचा.
अब यह पूरा मामला नासिक में चर्चा का विषय है. पुलिस की इस सख्त कार्रवाई के बाद यह संदेश साफ है कि अपराधियों और उनके समर्थकों को सरेआम सज़ा दी जाएगी और गुंडागर्दी को अब किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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