जीआरपी सिपाही हत्याकांड: पूर्व सांसद उमाकांत यादव समेत 7 को उम्रकैद, जौनपुर की कोर्ट का फैसला
AajTak
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के 27 वर्ष पुराने बहुचर्चित जीआरपी सिपाही हत्याकांड में जौनपुर कोर्ट ने फैसला सुनाया है. अदालत ने पूर्व सांसद उमाकांत यादव समेत सात दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई. मामूली बात को लेकर शाहगंज रेलवे स्टेशन पर फायरिंग की घटना में जीआरपी सिपाही अजय सिंह की मौत हो गई थी और तीन लोग घायल हुए थे.
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के 27 वर्ष पुराने बहुचर्चित जीआरपी सिपाही हत्याकांड में जौनपुर की कोर्ट ने पूर्व सांसद उमाकांत यादव समेत 7 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. खुटहन विधानसभा से तीन बार विधायक और मछली शहर से एक बार सांसद रह चुके उमाकांत यादव, उनके ड्राइवर राजकुमार यादव सहित 7 लोगों को 6 अगस्त को दोषी करार दिया गया था.
जानकारी के अनुसार, 4 फरवरी 1995 को जौनपुर के शाहगंज रेलवे स्टेशन पर जीआरपी सिपाही अजय सिंह की हत्या के मामले में पूर्व सांसद उमाकांत यादव और उनके गनर समेत सात लोगों पर दोष सिद्ध हुआ था. घटना के समय उमाकांत यादव मौजूद थे.
पूर्व सांसद के ड्राइवर राजकुमार यादव ने रेलवे-स्टेशन पर GRP सिपाहियों से अभद्रता की थी, जिसके बाद सिपाहियों ने ड्राइवर को GRP चौकी में बैठाए रखा था. राजकुमार यादव अपने रिश्तेदार को ट्रेन में बैठाने गया था. इसके बाद पूर्व सांसद अपने ड्राइवर को छुड़वाने के लिए दल बल के साथ चौकी पर पहुंचे थे.
इसके बाद सिपाहियों के साथ कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद शाहगंज रेलवे स्टेशन पर फायरिंग की गई थी, जिसमें जीआरपी सिपाही अजय सिंह की मौत हो गई थी और तीन लोग घायल हुए थे. दिनदहाड़े स्टेशन पर हुई इस घटना से भगदड़ मच गई थी.
19 फरवरी 1996 से अब तक 598 तारीखें पड़ चुकी हैं और 19 गवाह भी गुजर चुके हैं. इस घटना की सीबीसीआईडी जांच भी हुई है. जब यह वारदात हुई, उस समय उमाकांत यादव बहुजन समाज पार्टी से विधायक थे. अपर जिला न्यायाधीश (MP/ MLA COURT) शरद त्रिपाठी की अदालत में यह केस चल रहा था. पूर्व सांसद और माफिया उमाकांत यादव के खिलाफ मुकदमे में फैसले को लेकर कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था सख्त दिखी.
(राजकुमार के इनपुट के साथ)
केरल में ड्राइविंग के दौरान नियमों की धजी उड़ाने वाले शख्स पर कार्रवाई करते हुए मोटर व्हीकल विभाग ने तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है. अलप्पुझा के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) आर. रामनन की जांच के बाद आरोपी पुजारी बैजू विंसेंट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर किया गया है.
दिल्ली-कनाडा फ्लाइट को बीते सप्ताह उड़ाने की धमकी एक मेल के जरिए दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 13 साल के एक बच्चे को पकड़ा है. यह मेल बच्चे ने हंसी-मजाक में भेज दिया था. वह यह देखना चाहता था कि धमकी भरा मेल भेजने के बाद पुलिस उसे ट्रेस कर पाती है या नहीं. अब उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.