
जब बॉलीवुड एक्टर्स ने फैंस को किया सरप्राइज, सातवें आसमान पर थी फैंस की खुशी
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अपने फेवरेट स्टार्स की एक झलक पाने या उनके लिए हद से गुजर जाने की दीवानगी वाले फैंस के कई किस्से हमने सुने होंगे. कई बार स्टार्स अपने इन्हीं क्रेजी फैन की हरकतों से परेशान हो जाते हैं लेकिन कई बार ऐसे भी मौके आए हैं, जब खुद स्टार्स ने अपने फैंस के इस प्यार को समझते हुए उन्हें सरप्राइज देकर उनके सपनों को पूरा कर किया है.
पिछले दिनों कपिल शर्मा ने सोशल मीडिया पर अपने एक फैंन की रिक्वेस्ट को पूरा करते हुए उन्हें और उनके परिवार को अपने शो के सेट पर इनवाइट किया था. फैंस के प्रति कपिल के इस जेस्चर ने यूजर्स का दिल जीत लिया और फैंस कपिल की जमकर तारीफ करने लगे. ऐसे में कई फैंस ने तो यहां तक कह डाला कि एक ही दिल कितनी बार जीतोगे. हालांकि यह पहला वाकया नहीं है, जब किसी स्टार ने फैंस के लिए कुछ स्पेशल किया है. ऐसे कई किस्से सुपरस्टार्स संग भी हुए हैं, जिन्हें जानकर आप खुद हैरान हो जाएंगे..
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान भी फैंस की अहमियत जानते हैं. यही वजह है कि उन्होंने अपने करोड़ों फैंस को डेडिकेट करते हुए फैन फिल्म ही बना दी थी. शाहरुख आए दिन क्रेजी फैंस का सामना करते रहते हैं. एक बार शाहरुख ने फैन के प्रमोशन के दौरान अपने फैंस से रिक्वेस्ट की वे उनकी फिल्म के ट्रेलर का अपना वर्जन बनाकर उन्हें शेयर करें. एक फैन का ट्रेलर किंग खान को इतना पसंद आया कि उन्होंने उस लकी फैन को अपने यहां वीएफएक्स टीम में जॉब दे दी थी.

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










