'छिपे हुए 40 आतंकियों को घर आकर ढूंढ लो', इमरान खान का PAK पीएम पर पलटवार
AajTak
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि पूरी दुनिया ने देखा कि किस तरह से इस्लामाबाद हाईकोर्ट में मेरी हत्या करने की साजिश की गई. लेकिन किसी तरह अल्लाह ने मुझे बचा लिया.
पाकिस्तान में राजनीतिक संकट के बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को पाकिस्तान सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि नौ मई की हिंसा एक सोची-समझी साजिश थी, जिसे हमारी पार्टी को बैन करने के लिए रचा गया था.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि मुझे फंसाने के लिए पाकिस्तान में हिंसा की गई. मेरे पास सबूत हैं कि पीटीआई पर बैन लगाने के लिए यह सोच-समझकर रची गई साजिश थी. मुल्क की सबसे बड़ी जमात और मुल्क की फौज को आमने-सामने खड़ा किया जा रहा है. सारा मुल्क तबाही के रास्ते पर जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने देखा कि किस तरह से इस्लामाबाद हाईकोर्ट में मेरी हत्या की साजिश की गई. लेकिन किसी तरह अल्लाह ने मुझे बचा लिया. मेरे लोगों ने ना तो कभी फौज पर निशाना साधा और ना ही किसी तरह का दंगा किया. मैंने 12 चुनाव जीते हैं लेकिन मेरे साथ आतंकी जैसा बर्ताव किया गया.
उन्होंने कहा कि वे शीशे तोड़कर अंदर घुसे थे. मेरे सिर पर डंडा मारा गया था. मेरे लोगों को जख्मी किया गया और मुझे इस तरह पकड़कर ले गए, जैसे मैं कोई दहशतगर्द हूं.
उन्होंने एक कथित सर्वे की पर्ची दिखाते हुए कहा कि ये लोग पीटीआई की लोकप्रियता से घबराए हुए हैं. मैं पाकिस्तान छोड़कर नहीं जाऊंगा.
नौ मई की हिंसा एक साजिश
अमेरिका के व्हाइट हाउस ने गाजा युद्ध पर बड़ी जानकारी दी. बता दें कि गाजा पर अमेरिका, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, बुल्गारिया, कनाडा ने संयुक्त बयान दिया है. व्हाइट हाउस के मुताबिक, सभी देशों ने ये माना है कि युद्धविराम के लिए जो भी जरूरी समझौता है, उस पर इजरायल और हमास को काम करना चाहिए. देखें यूएस टॉप-10.
गाजा में इजरायली सुरक्षाबलों और हमास के बीच संघर्ष जारी है. इसी बीच हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में फिलिस्तीनियों की मौत की संख्या बढ़कर 36,731 हो गई है, जबकि 83,530 लोग घायल हो गए हैं. मंत्रालय ने यह भी बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान इजरायली सुरक्षाबलों के हमलों में 77 लोगों की मौत हो गई.