
चीन ने ऐसा क्या किया कि वाहवाही करने लगी श्रीलंका की सरकार?
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हंबनटोटा पोर्ट सहित कई अन्य प्रोजेक्ट के निर्माण को लेकर श्रीलंका में चीन ने जिस तरीके से अपना एजेंडा लागू किया है, उसे लेकर विश्लेषक सवाल कर रहे हैं. कई विश्लेषक मानते हैं कि चीन श्रीलंका को अपने कर्ज जाल में फंसा रहा है.
हाल के वर्षों में श्रीलंका और चीन करीब आए हैं. चीन, श्रीलंका को अपना बुनियादा ढांचा तैयार करने के लिए कर्ज के तौर पर मदद मुहैया करा रहा है. मदद मिलने से गदगद श्रीलंका चीन को अपना सबसे वफादार मित्र बताने लगा है. लेकिन हंबनटोटा पोर्ट सहित अन्य प्रोजेक्ट के निर्माण में चीन ने जिस तरीके से अपना एजेंडा लागू किया है, उसे लेकर विश्लेषक सवाल कर रहे हैं. कई विश्लेषक मानते हैं कि चीन श्रीलंका को अपने कर्ज जाल में फंसा रहा है. (फाइल फोटो-Getty Images) बहरहाल, सोमवार को उस समय भी इन विश्लेषकों ने अपनी आशंका जाहिर की जब श्रीलंका ने 50 करोड़ डॉलर के कर्ज को लेकर चीन के सरकारी चाइना डेवलपमेंट बैंक के साथ समझौता किया. इसका मकसद कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों के बीच श्रीलंका की वित्तीय स्थिरता को बनाए रखना है. पिछले महीने श्रीलंका ने चीन के साथ 1.5 अरब डॉलर की मुद्रा की अदला-बदली का समझौता किया था. (फाइल फोटो-रॉयटर्स)
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के गुरुवार को भारत दौरे को लेकर हलचल तेज हो चुकी है. इस बीच आजतक ने रूस में ही राष्ट्रपति पुतिन का एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू लिया. इस दौरान उनसे अगस्त-सितंबर में चीन के तियानजिन में हुए 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दौरान उस वायरल तस्वीर के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ कार में जाते हुए नजर आए थे. क्या था वो पूरा वाकया, जानने के लिए देखें वीडियो.







