चमोली आपदा का असर अब दिल्ली पर, पानी के लिए लगानी पड़ सकती है लाइन!
AajTak
उत्तराखंड त्रासदी की वजह से दिल्ली को अपर गंगा कैनाल के जरिए भेजे जाने वाले रॉ वॉटर में टर्बिडिटी प्रदूषण काफी ज्यादा बढ़ गया है. इसके मद्देनजर दिल्ली के सोनिया विहार और भागीरथी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में बेहद ही कम क्षमता के साथ पानी ट्रीट हो पा रहा है.
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना ने चमोली जिले की सामाजिक, आर्थिक स्थिति को हिलाकर रख दिया है. ऋषि गंगा प्रोजेक्ट पूरी तरह बह गया, NTPC के भी एक पॉवर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ. जनमानस का नुकसान हुआ सो अलग. पर्यटकों में उत्तराखंड को लेकर एक अलग तरह का भय बना हुआ. लेकिन चमोली आपदा का असर सिर्फ उत्तराखंड तक ही सीमित नहीं है बल्कि अब इसका असर दिल्ली पर भी पड़ सकता है. रविवार का दिन दिल्ली वालों के लिए मुश्किल भरा रह सकता है. दरअसल, उत्तराखंड त्रासदी की वजह से दिल्ली को अपर गंगा कैनाल के जरिए भेजे जाने वाले रॉ वॉटर में टर्बिडिटी प्रदूषण काफी ज्यादा बढ़ गया है. इसके मद्देनजर दिल्ली के सोनिया विहार और भागीरथी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में बेहद ही कम क्षमता के साथ पानी ट्रीट हो पा रहा है.कई इलाकों में लोगों को पानी के टैंकरों के पीछे बाल्टी और पाइप लेकर दौड़ते देखा जा सकता है. पानी का टैंकर देखते ही लोग उस पर झपट पड़ते हैं जिसके कई वीडियो सामने आए हैं. लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगे हुए हैं. संकट इतना बड़ा है कि गुरुवार को दिल्ली सरकार को इमरजेंसी बैठक बुलानी पड़ी. इसके अलावा पानी की बर्बादी पर जुर्माना लगाया ही जा चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी में ध्यान कर रहे हैं. ठीक 131 साल पहले उसी जगह एक और नरेंद्र ने ध्यान लगाया था और वहां ध्यान करने के बाद वो शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म संसद में भाषण देने के लिए पहुंचे थे. बाद में आगे चलकर दुनिया ने उन्हें स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना. कन्याकुमारी में उनके ध्यान ने हिंदू धर्म की रूपरेखा बदल दी थी.
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 31 मई, 2024 की खबरें और समाचार: कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल में पीएम मोदी की 'ध्यान साधना' जारी है. कर्नाटक के सेक्स स्कैंडल मामले के आरोपी सांसद प्रज्वल रेवन्ना को जर्मनी से भारत लौटते ही अरेस्ट कर लिया गया है. भारत के अधिकांश राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है और कई लोग गर्मी की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं.