
गोवा नतीजों को आए 8 दिन बीते, बीजेपी ने सरकार नहीं बनाई, कांग्रेस बोली- सारे विकल्प खुले
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गोवा में बीजेपी इस समय सबसे बडी़ पार्टी बनकर उभरी है. उसके पास 20 सीटें मौजूद हैं, लेकिन कांग्रेस सवाल खड़ा कर रही है कि जब बहुमत है तो अभी तक सरकार का गठन क्यों नहीं किया गया.
गोवा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. 40 में से 20 सीटें जीतकर बहुमत के काफी करीब पहुंची लेकिन अब जब नतीजों को आए आठ दिन हो गए हैं, अभी तक राज्य में बीजेपी अपनी नई सरकार का गठन नहीं कर पाई है. ऐसे में कांग्रेस ने ये कहकर सियासी तापमान बढ़ा दिया है कि उसके पास सारे विकल्प खुले हैं.
कांग्रेस नेता दिगांबर कामत ने कहा है कि हमारे पास सारे विकल्प खुले हुए हैं. बीजेपी के अंदर अभी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. अभी तक पार्टी राज्य में अपनी सरकार नहीं बना पाई है. बीजेपी जो दावा कर रही है कि उसके पास 20 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है, इस पर भी हमे संदेह है.
अब कांग्रेस के इस विकल्प वाले बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी नेता Sadananad Tanavde की मानें तो कांग्रेस नेता काफी दवाब में आकर इस तरह के बयान देने को मजबूर हो गए हैं. वह कहते हैं कि ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि कामत को एक कागज देखकर ये सब बोलना पड़ रहा है. साफ पता चलता है कि वे काफी दवाब में हैं. आगे बीजेपी की रणनीति पर उन्होंने कहा कि हमारी एक राष्ट्रीय पार्टी है. हम दूसरे राज्यों में काफी बड़ा जीते हैं. कल तक इंतजार कीजिए, तस्वीर बिल्कुल स्पष्ट हो जाएगी.
Sadananad Tanavde ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए ये भी कह दिया कि वे तो गोवा चुनाव को लेकर इतने ज्यादा चिंतित थे कि नतीजों से पहले ही राज्यपाल से मिलने का वक्त मांग लिया था. वैसे बीजेपी जरूर दावा कर रही है कि गोवा में उसकी पार्टी एकदम एकजुट है. लेकिन लगातार खबरें आ रही हैं कि कुछ मुद्दों को लेकर सहमति नहीं बन रही. एक तरफ कुछ नेता एमजीपी द्वारा दिए जा रहे समर्थन के खिलाफ दिख रहे हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो प्रमोद सांवत की सीएम दावेदारी पर सवाल खड़े कर रहे हैं. वैसे भी जब से विश्वजीत राणे ने गोवा राज्यपाल से मुलाकात की थी, सीएम दावेदारी को लेकर और ज्यादा विवाद खड़ा हो गया.
एमजीपी की बात करें तो गोवा चुनाव के दौरान इस पार्टी ममता की टीएमसी संग गठबंधन किया था. इसी वजह से अब जब एमजीपी के विधायकों का समर्थन लिया जा रहा है, तो बीजेपी का एक खेमा इससे नाराज है.

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