गुजरात में चौकीदार को चोर समझकर पीटा, बचाने की जगह वीडियो बनाते रहे लोग
AajTak
चौकीदारी करने वाले युवक को चोरी के शक में बेरहमी से पीटा जा रहा था. आसपास खड़े लोग मौत का तमाशा भी देखते रहे. पीड़ित तड़पता रहा और लोग अपने-अपने मोबाइल फोन में पिटते हुए चौकीदार का वीडियो भी रिकॉर्ड करते रहे.
गुजरात के अहमदाबाद में नेपाली युवक की पीट-पीटकर हत्या कर देने का मामला सामने आया है. भीड़ ने चौकीदार को चोर समझकर इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. हैरानी की बात यह रही कि आसपास खड़े लोग मारपीट की घटना का वीडियो रिकॉर्ड करते रहे, लेकिन किसी ने भी इंसानियत तक नहीं दिखाई.
अहमदाबाद में चांगोदर के पास का यह पूरा मामला है. दरअसल, एक नेपाली युवा चांगोदर के इंडस्ट्रियल जोन में बतौर चौकीदार काम करता था. सोमवार रात के वक्त जब वह अपने घर जा रहा था, तब यहां के स्थानीय लोगों ने उसे चोर समझकर इतना पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
चांगोदर पुलिस थाना ने बताया कि चौकीदारी करने वाले युवक को चोरी के शक में बेरहमी से पीटा जा रहा था. वहीं, आसपास खड़े लोग मौत का तमाशा भी देखते रहे. यहां तक कि लोग अपने-अपने मोबाइल फोन में पिटते हुए चौकीदार का वीडियो भी रिकॉर्ड करते रहे. देखें Video:-
सूचना मिलने पर पहुंची चांगोदर थाना पुलिस को देख युवक को पीटने वाले लोग मौके से भाग निकले. हालांकि, पिटाई से घायल चौकीदार की मौके पर ही मौत हो गई थी. पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. साथ ही उसके परिजनों को भी इस संबंध में सूचित किया. उधर, पुलिस की टीमों ने सक्रियता दिखाते हुए इस मामले में वीडियो के आधार पर 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इसके बाद मंगलवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा.
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में 10 लोगों की जान गई. इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. इन पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान तक हो चुकी है. उनके नाम अब्बू, हमजा और फौजी. इनके चेहरे कैमरे पर कैद हुए हैं. ये वो सबूत हैं, जो चीख-चीखकर कह रहे हैं कि रियासी के हमले में पाकिस्तान का ही हाथ था.