
खूबसूरती की वजह से इस एक्ट्रेस ने झेले रिजेक्शन, हाथ से छूटी अच्छी फिल्में, बोलीं- ये मेरी लाइफ की ट्रैजेडी है
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बॉलीवुड एक्ट्रेस दीया मिर्जा ने बताया कि उन्होंने इंडस्ट्री में महिलाओं को लेकर कई भेदभाव झेले हैं. कई बार तो उन्हें अपनी खूबसूरती की वजह से रिजेक्शन झेलने पड़े हैं. मुझसे डायरेक्टर 'टू मेनस्ट्रीम लुक' कहकर अच्छी फिल्म ऑफर नहीं करते हैं. मैंने कई फिल्में हाथों से इसलिए गवाई हैं क्योंकि उनके अनुसार मैं बहुत ज्यादा खूबसूरत हूं.
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेज के प्रोजेक्शन को लेकर हमेशा से डिबेट होती रही है. कुछ वर्ग का कहना है कि एक्ट्रेसेज के तय किए गए पैरामीटर्स में ही उनका सिलेक्शन होता है. मसलन उनका रंग गोरा हो, दिखने में खूबसूरत हो, पतली हो, लंबी दिखे. कुछ एक्ट्रेसेज ने यह बात कबूली है कि कई बार उन खाचों में फिट न होने की वजह से उन्हें फिल्में गंवानी पड़ी हैं. लेकिन यहां दीया मिर्जा का स्टेटमेंट इंडस्ट्री के अलग पहलू को दर्शाता है.
दीया मिर्जा का बड़ा खुलासा
आज तक के साथ खास बातचीत में दीया ने बताया कि पिछले बीस सालों से भी ज्यादा एक्टिंग फील्ड में सक्रिय होने के बावजूद उन्होंने इंडस्ट्री में महिलाओं को लेकर कई भेदभाव झेले हैं. उन्हें कई तरह के स्टीरियोटाइप से गुजरना पड़ा है. कई बार तो उन्हें अपनी खूबसूरती की वजह से रिजेक्शन झेलने पड़े हैं.
दीया को क्यों झेलना पड़ा रिजेक्शन
दीया इस पर डिटेल में बात करते हुए कहती हैं, मैं हमेशा से ऐसे मेकर्स के साथ काम करने की ख्वाहिश रखती हूं, जिनका सीरियस सिनेमा पर फोकस हो. कईयों ने मुझे अपनी फिल्मों का हिस्सा इसलिए नहीं बनाया है क्योंकि मेरा लुक आड़े आता है. मुझ पर फिल्म मेकर्स अक्यूज (आरोप) लगाते हैं कि मैं बहुत खूबसूरत हूं और जिस वजह से काम नहीं मिल पाता है. ऐसा नहीं है कि मुझे अपने लुक से कंपलेन है या मैं खुद को पसंद नहीं करती हूं. लेकिन इस बात में पूरी सच्चाई है कि कई एक्टर्स को उनके लुक की वजह से सीमित कर दिया जाता है. जो एक आर्टिस्ट के लिए अच्छा नहीं होता है.
''मुझसे डायरेक्टर 'टू मेनस्ट्रीम लुक' कहकर अच्छी फिल्म ऑफर नहीं करते हैं. मैंने कई फिल्में हाथों से इसलिए गवाई हैं क्योंकि उनके अनुसार मैं बहुत ज्यादा खूबसूरत हूं. दीया आगे कहती हैं, जब भी मैं यह कहती हूं, तो लोगों को लगता होगा शायद मैं घमंड में बोल रही हूं लेकिन उन्हें पता नहीं कि यह मेरी लाइफ की ट्रैजेडी है.''

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