
क्या नसरल्लाह के मारे जाने के बाद खत्म हो जाएगा हिज्बुल्लाह? सिक्योरिटी एक्सपर्ट ऐसा बिल्कुल नहीं मानते, अलकायदा-तालिबान-हमास के उदाहरण से समझिए
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हसन नसरल्लाह की मौत को मध्य पूर्व के इतिहास में महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है, लेकिन इसके दीर्घकालिक नतीजे अनिश्चित हैं. एक्सपर्ट कहते हैं कि इस तरह के हमले हमेशा किसी आतंकवादी संगठन को कमजोर करने में सफल नहीं होते हैं. 2008 में भी इजरायल ने सीरिया के दमिश्क में हिजबुल्लाह के सैन्य नेता इमाद मुगनीह को मार गिराया था.
इजरायली हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया है. हसन, लेबनान में हिज्बुल्लाह के मुख्यालय में छिपा बैठा था. हिजबुल्लाह ने शनिवार को पुष्टि की कि उसके चीफ की मौत हो गई है. दरअसल, एक दिन पहले यानी शुक्रवार को इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे. नसरल्लाह के मारे जाने के बाद हिज्बुल्लाह के भविष्य को लेकर चर्चाएं होने लगी हैं. कहा यह भी जाने लगा कि क्या हिज्बुल्लाह खत्म हो जाएगा? हालांकि, सिक्योरिटी एक्सपर्ट ऐसा बिल्कुल नहीं मानते हैं. वे अलकायदा-तालिबान-हमास का तर्क देते हैं.
फिलहाल, हसन नसरल्लाह की मौत को मध्य पूर्व के इतिहास में महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है, लेकिन इसके दीर्घकालिक नतीजे अनिश्चित हैं. एक्सपर्ट कहते हैं कि इस तरह के हमले हमेशा किसी आतंकवादी संगठन को कमजोर करने में सफल नहीं होते हैं. 2008 में भी इजरायल ने सीरिया के दमिश्क में हिजबुल्लाह के सैन्य नेता इमाद मुगनीह को मार गिराया था. उसके बावजूद यह संगठन खत्म नहीं हुआ, बल्कि और ज्यादा ताकत हासिल की.
हमास का प्रमुख सैन्य कमांडर मारा गया, लेकिन...
एक्सपर्ट कहते हैं कि चार साल पहले इजरायल ने हमास के संस्थापक शेख अहमद यासीन को हवाई हमले में मार गिराया था. यह संगठन भी खत्म नहीं हुआ और करीब दो दशक बाद उसने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल में नरसंहार कर दिया था. वहां एक ही दिन में करीब 1,200 इजरायली मारे गए. तीन महीने पहले ही जुलाई में इजरायल ने कहा, हमने 7 अक्टूबर के हमलों के मास्टरमाइंड में से एक हमास के प्रमुख सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ को मार गिराया है. उसके बावजूद यह संगठन गाजा में युद्ध लड़ रहा है.
अल कायदा फिर ISIS में बदल गया...
अमेरिका का अपना इतिहास रहा है. वो आतंकवादी प्रमुखों को इस उम्मीद में मारता है कि इससे उसके दुश्मन कमज़ोर पड़ जाएंगे और संगठनों की नींव हिल जाएगी. साल 2006 में जब इराक में अलकायदा के नेता अबू मुसाब अल-जरकावी को अमेरिकी बमबारी में मार दिया गया तो इसे एक बड़ी सफलता के रूप में देखा गया. चूंकि इराक में अलकायदा उस गृहयुद्ध में महत्वपूर्ण रूप से योगदान दे रहा था जो उसके देश को तोड़ रहा था. हालांकि, इराक में अल कायदा खत्म नहीं हुआ, बल्कि आठ साल बाद अल कायदा अंततः ISIS में बदल गया, जिसने पुर्तगाल के आकार के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया और इराक-सीरिया में करीब आठ मिलियन लोगों की आबादी पर शासन किया. ISIS ने पश्चिम में भी विनाशकारी आतंकवादी हमले किए. 2015 में पेरिस में 130 लोग मारे गए थे.

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