कोसों दूर दूल्हा और दुल्हन, बीच में बाढ़ और बारिश की दीवार... हिमाचल की यह अनोखी शादी क्यों चर्चा में है?
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Online Wedding: हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण तबाही मची हुई है. सैकड़ों सड़कें तबाह हो गई हैं. इस बीच एक मामला सामने आया है कि रास्ता बंद हो जाने के कारण जब दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर नहीं पहुंच सकता तो उसने ऑनलाइन शादी कर ली. इस शादी की पूरे प्रदेश में चर्चा हो रही है.
Virtual Marriage: हिमाचल प्रदेश में इस समय आसमानी आफत का सामना कर रहा है. पिछले कुछ दिनों में बेहिसाब बारिश के कारण प्रदेश में तबाही मची हुई है. नदियों ने खौफनाक रूप ले लिया है. अचानक से जलस्तर बढ़ जाने से पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है. रास्ते में जो भी आ रहा है, नदियां उसे बहा ले जा रही हैं. पहाड़ टूटकर गिर रहे हैं. पहाड़ों से गाद की नदियां फूट रही हैं. बड़े-बड़े बोल्डर पहाड़ों से गिर रहे हैं. नेशनल हाई-वे समेत सैकड़ों सड़कें प्रभावित हो गई हैं. सैकड़ों सैलानी फंसे हुए हैं. जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी जा रही है. यात्रा न करने को कहा है. इन हालातों के बीच हिमाचल में एक विवाह ऐसा भी हुआ, जो लोगों की जुबान पर चढ़ गया. दरअसल कुदरत के कहर की वजह से जब दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के द्वार तक न ले जा सका, तो उसने विवाद के लिए एक नायाब तरीका खोज लिया.
दरअसल शिमला के कोटगढ़ में रहने वाले आशीष सिंघा को 10 जुलाई को कुल्लू के भुंटर में रहने वाली शिवानी ठाकुर से शादी करने के लिए बारात ले जानी थी. खराब मौसम के कारण सड़कें बंद हो गईं और वह बारात नहीं ले जा सका. इसके बाद दूल्हा-दुल्हन के परिवारों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यह विवाह करा दिया. भूस्खलन के कारण फंसे रह गए ठियोग विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राकेश सिंघा भी इस विवाद में वर्चुअल तरीके से शामिल हुए. उन्होंने बताया कि प्रकृतिक आपदा की वजह से सरकार ने लोगों को यात्रा नहीं करने की सलाह दी है, जिसके बाद परिवार के सदस्यों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विवाह करा दिया.
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण जो तबाही मची हुई है, उससे अब तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 13 शव तो बुधवार को ही मिले हैं. वहीं 92 लोग बुरी तरह जख्मी हो गए हैं. इसके अलावा अब तक 41 जगह लैंडस्लाइड और 29 फ्लैश फ्लड की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. वहीं 79 घर पूरी तरीके से तबाह हो गए, जबकि 333 घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण करीब 1050 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बारिश से अब तक जल शक्ति विभाग को 350.50 करोड़, पीडब्ल्यूडी को 616.08 करोड़, हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट को 70.36 करोड़ और अर्बन डिपार्टमेंट को 3.15 करोड़ का नुकसान हुआ है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पिछले दिनों कुल्लू का हवाई सर्वेक्षण किया था. सर्वे करने के बाद उन्होंने कहा था कि ऐसी बारिश हिमाचल में पिछले 50 साल में नहीं हुई है. हालात को देखते हुए उन्होंने केंद्र से राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है.लोग सरकार से मदद के लिए टोल फ्री नंबर 1100, 1070 और 1077 पर संपर्क कर सकते हैं.
हिमाचल प्रदेश डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक मंगलवार शाम तक प्रदेश भर में 1299 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा नेशनल हाईवे 21 मंडी-कुल्लू, नेशनल हाईवे 505 ग्रम्फू-लोसर, नेशनल हाईवे 03 कुल्लू-मनाली और नेशनल हाईवे 707 शिलाई पर आवाजाही ठप हो गई है. भारी बारिश के कारण हिमाचल सड़क परिवहन निगम के 876 बस मार्ग प्रभावित हैं. वहीं 403 बसें कई जगहों पर फंस गई हैं.
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