कोरोना से जंग जीतने के बाद भी मरीजों का पीछा नहीं छोड़ रहीं ये 6 समस्याएं
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डॉक्टरों ने कोरोना से संक्रमित होने वाले मरीजों में इससे उबरने के बाद भी अक्सर थकान, सीने में दर्द और सांस की तकलीफ जैसी समस्याओं को पाया है. लोग इससे जूझ रहे हैं. कोरोना फैलाने के लिए जिम्मेदार वायरस SARS-CoV-2 की वजह से फेफड़ों में परिवर्तन हो रहा है.
कोरोना वायरस एक बार फिर देश में तेजी से पैर पसारने लगा है. वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद भी महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में नए संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. कोरोना ने लोगों के जीवन जीने के तरीके को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है. हालांकि कोरोना से जंग जीत चुके लोगों की जीवन शैली पर इस वायरस ने बुरा प्रभाव डाला है. कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में इसके दीर्घकालिक और जटिल लक्षण दिख रहे हैं. डॉक्टरों ने इन समस्याओं को लेकर लोगों को सचेत किया है. डॉक्टरों ने कोरोना से संक्रमित होने वाले मरीजों में इससे उबरने के बाद भी अक्सर थकान, सीने में दर्द और सांस की तकलीफ जैसी समस्याओं को पाया है. लोग इससे जूझ रहे हैं. कोरोना फैलाने के लिए जिम्मेदार वायरस SARS-CoV-2 की वजह से फेफड़ों में परिवर्तन हो रहा है. फेफड़ों के ऊतकों और थैलियों को इस वायरस ने बुरी तरह प्रभावित कर दिया है जिससे लोगों को श्वसन संबंधी दीर्घकालिक समस्याएं हो रही हैं. इसके अलावा कोरोना से जूझ चुके लोगों को असामान्य हृदय गति, तेज धड़कन, सीने में दर्द जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ा रहा है. ये सभी लक्षण कोरोना संक्रमितों में भी पाए जाते हैं. इसके अलावा, रक्त के थक्कों का गठन, हृदय की मांसपेशियों में सूजन और दिल का दौरा पड़ने की संभावनाएं भी प्रमुख स्वास्थ्य जोखिमों में से हैं, जिन्हें SARS-COV-2 वायरस ट्रिगर कर रहा है.More Related News