
'कोई CEO भारत के खिलाफ दांव नहीं लगाएगा', 76 साल के अमेरिकी बिजनेसमैन ने कहा- ये नंबर-1...
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India-US Trade Deal भले ही टैरिफ टेंशन के चलते अब तक पूरी नहीं हो सकी है, लेकिन अमेरिकी कंपनियों को भारत पर भरोसा है. सिस्को सिस्टम के पूर्व चेयरमैन ने कहा कि कोई भी अमेरिकी CEO भारत के खिलाफ दांव नहीं लगाएगा.
भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं (India Fastest Growing Economy) में बना हुआ है. इकोनॉमी की तेज रफ्तार का लोहा वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ तक तमाम वैश्विक एजेंसियों ने भी माना है. भारत-अमेरिका लंबे समय से बड़े व्यापारिक साझेदार रहे हैं, हालांकि हालिया टैरिफ टेंशन (India-US Tariff Tension) के बीच इसमें अड़चन जरूर आई है. इसके बावजूद अमेरिकी उद्योगपतियों का भारत पर से भरोसा कम नहीं हुआ है. अमेरिका-भारत सामरिक भागीदारी फोरम (USISPF) के अध्यक्ष जॉन चैम्बर्स ने कहा है कि, 'कोई भी अमेरिकी सीईओ भारत के खिलाफ दांव नहीं लगाएगा.'
'ये एक शॉर्ट टर्म प्रॉब्लम है...' बिजनेस टुडे पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, एक टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू के दौरान चैम्बर्स ने कहा कि ज्यादातर बिजनेस भारत-अमेरिका संबंधों (India-US Relation) को 5, 10 और 15 साल के परिप्रेक्ष्य में देखते हैं, न कि चुनाव चरणों या फिर तिमाही परिणामों के लिहाज से. नए व्यापार समझौते पर अभी तक बात न बनने के बावजूद अमेरिकी कंपनियां भारत के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने वर्तमान स्थिति को एक महज एक शॉर्ट टर्म बाधा करार दिया है, जो लन्गटर्म द्विपक्षीय ग्रोथ को बाधित नहीं करेगी.
US की कई कंपनियों का भारत पर दांव चैंबर्स ने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे दो दशक पहले, जब उन्होंने सिस्को सिस्टम (Cisco System) के दूसरे वैश्विक मुख्यालय के रूप में भारत पर दांव लगाया था, तब भारत वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 12वें पायदान पर था और अब चौथे स्थान पर पहुंच चुका है. उन्होंने कहा कि हमने इस बारे में चर्चा की है कि क्या भारत एक स्टार्टअप राष्ट्र बन सकता है और स्टार्टअप के लिए दुनिया में नंबर एक आईपीओ बाजार कौन है? तो वह भारत ही है. चैम्बर्स के मुताबिक, कई अमेरिकी कंपनियां अब भारत में विनिर्माण पर दांव लगा रही हैं.
नंबर-1 इकोनॉमी बनेगा भारत जॉन चैम्बर्स USISPF की स्थापना के समय से ही इसके चेयरमैन हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच मौजूदा तनाव अस्थायी है और हमारी 450 सदस्य कंपनियां भारत के भविष्य में पूरी तरह से शामिल हैं और निवेश कर रही हैं. वे भी इसे एक अल्पकालिक झटका मानती हैं. चैम्बर्स ने कहा कि मैं भारत को लेकर बहुत आशावादी हूं और भारत एक दिन दुनिया का नंबर एक जीडीपी वाला देश (India No-1 Economy) बन जाएगा.
India-US ट्रेड डील पर क्या बोले? जॉन चैम्बर्स ने आगे कहा कि व्यापार वार्ता में समय तो लगता है. उन्होंने कहा कि India-US Trade Deal पर हो रही बातचीत को लेकर अगर आपने पिछले दो दिनों पर नजर डाली होती, तो आप भारतीय नेताओं और अमेरिका के व्यापारिक नेताओं के इस नज़रिए को देखते कि हम साथ मिलकर क्या कर सकते हैं.
चैंबर्स ने यह भी बताया कि वह व्यक्तिगत रूप से भी भारत में अपने निवेश को लगातार बढ़ा रहे हैं. उन्होंने बताया कि मैं अपने स्टार्टअप्स को और ज्यादा बढ़ा रहा हूं, उनमें से 24 भारत में हैं. मेरे पास अब 11 यूनिकॉर्न और दो डेकाकॉर्न हैं, जिनकी ग्रोथ काफी अच्छी है. ये अमेरिका और भारत का साथ मिलकर काम करने का नतीजा है.













