
केवल 'नाम' बेचकर मोटी कमाई, फिर मुनाफे को कर दिया दान, अरबपति ने खुद बताई कहानी!
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धर्मेश शाह साल 2006 में शुरू हुई इनबाउंड मार्केटिंग और सेल्स सॉफ्टवेयर कंपनी हबस्पॉट के को फाउंडर है. उनकी कंपनी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है. उन्होंने इस बारे में भी बताया कि किसी भी डोमेन नेम की अहमियत आज के समय में कितनी है.
हबस्पॉट (HubSpot) के को-फाउंडर धर्मेश शाह (Dharmesh Shah) ने 10 मिलियन डॉलर से अधिक की रकम खर्चकर 'chat.com' का डोमेन नाम खरीदा था. अब खबर है कि उन्होंने इस डोमेन नेम को बेच दिया है. 'chat.com' को बेचकर धर्मेश शाह को कितनी राशि मिली है. इसका खुलासा तो नहीं हुआ है. लेकिन उन्होंने सल खान और खान अकादमी को मुनाफे में से 25,00,00 डॉलर की रकम डोनेट की है. धर्मेश शाह भारतीय मूल के अमेरिकी एंटरप्रेन्योर हैं.
धर्मेश शाह साल 2006 में शुरू हुई इनबाउंड मार्केटिंग और सेल्स सॉफ्टवेयर कंपनी हबस्पॉट के को फाउंडर है. कंपनी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) में 24 अरब डॉलर से अधिक की मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ लिस्टेटड है.
डोमेन नाम chat.com खरीदा था
शाह ने शुरू में डोमेन नाम chat.com खरीदा था और इसे एक लिंक्डइन पर शेयर किया था. उन्होंने डोमेन नाम का इस्तेमाल कर कोई भी नया प्रोडक्ट नहीं बनाया था. लिंक्डइन पोस्ट के जरिए उन्होंने chat.com डोमेन नेम को खरीदने की वजह बताई. उन्होंने कहा कि चैट.कॉम खरीदने का कारण आसान है और मुझे लगता है कि चैट-बेस्ड यूएक्स (#cahtUX) सॉफ्टवेयर में अगली बड़ी चीज है. एक नेचुरल भाषा के जरिए कंप्यूटर/सॉफ्टवेयर के साथ कॉम्युनिकेशन करना बहुत आसान है. इस जनरेटिव को एआई द्वारा संभव बनाया गया है.
डोमेन नेम की अहमियत
उन्होंने आगे लिखा कि मैंने डोमेन नाम की अहमियत और वैल्यू के बारे में सीखा है. WordPlay.com (माई वर्ड गेम) ने खेले गए 150 मिलियन गेम और 16 मिलियन यूजर्स को हिट किया है. डोमेन खरीदने के कुछ दिनों बाद, शाह एक पॉडकास्ट पर आए थे, जहां उन्होंने एक स्पष्ट बातचीत में कहा था कि मैंने इसे (चैट.कॉम) खरीदा है, इसका कारण यह है कि मैं एआई कल्ब में शामिल होने की कोशिश कर रहा हूं. उस कल्ब में कोई नहीं जानता मैं कौन हूं.













