
कर्नाटक चुनाव: कांग्रेस ने जारी की 124 उम्मीदवारों की लिस्ट, खड़गे के बेटे को मिला टिकट, इस सीट से लड़ेंगे डीके शिवकुमार
AajTak
कर्नाटक चुनाव के लिए कांग्रेस ने शनिवार को 124 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. जानकारी के मुताबिक सिद्धारमैया वरुणा से चुनाव लड़ेंगे और डीके शिवकुमार कनकपुरा से मैदान में उतरेंगे. पार्टी में परिवारवाद के बीजेपी के आरोपों को खारिज करने वाली कांग्रेस ने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक को भी टिकट दिया है. वह चितापुर से चुनाव लड़ेंगे.
कर्नाटक चुनाव के लिए कांग्रेस ने शनिवार को 124 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. जानकारी के मुताबिक सिद्धारमैया वरुणा से चुनाव लड़ेंगे और डीके शिवकुमार कनकपुरा से मैदान में उतरेंगे. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक का भी नाम है. वह चितापुर से चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा एमबी पाटिल को बाबलेश्वर, दिनेश गुंडुराव को गांधीनगर, बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल एमएलसी पुत्तन्ना को राजाजीनगर और पूर्व केंद्रीय मंत्री केएच मुनियप्पा को देवनहल्ली से कांग्रेस का टिकट मिला है. वहीं निर्वाचन आयोग कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटों के लिए कुछ ही महीने में चुनाव का ऐलान कर सकता है. इसी महीने 9 मार्च को आयोग की एक टीम ने राज्य का दौरा किया था.
कर्नाटक का सियासी मिजाज: जानिए 224 सीटों की केमिस्ट्री और जियोग्राफी

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.










