
कभी 10 रुपये से की थी करियर की शुरुआत, आज बॉलीवुड के मशहूर कोरियोग्राफर हैं गणेश आचार्य
AajTak
बॉलीवुड कोरियोग्राफर गणेश आचार्य अपनी आगामी फिल्म देहाती डिस्को के प्रमोशन में जोर-शोर से लगे हुए हैं. फिल्म को अक्षय कुमार, गोविंदा, वरुण धवन जैसे सुपरस्टार्स का सपोर्ट मिल रहा है.
बॉलीवुड में कोरियोग्राफी की फील्ड पर गणेश आचार्य पिछले तीस साल से सक्रिए हैं. गणेश ने इस दौरान इंडस्ट्री को कई सारे आइकॉनिक डांस स्टेप्स भी दिए हैं. कोरियोग्राफी के साथ-साथ गणेश एक्टिंग और अब डायरेक्शन में भी हाथ आजमा रहे हैं.
गणेश की फिल्म देहाती डिस्को रिलीज होने जा रही है. बॉलीवुड स्टार्स के फेवरेट गणेश के लिए उनकी जर्नी आसान नहीं रही है. कई बार गणेश ने करियर में उतार-चढ़ाव भी देखे. उनमें कई गंभीर आरोप भी लगे. हालांकि गणेश ने अपनी डांसिंग पर कभी इसका असर पड़ने नहीं दिया.
अपने स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए गणेश कहते हैं, आज कोरियोग्राफी में एक मुकाम हासिल कर लिया है. सभी स्टार्स मुझसे प्यार करते हैं, मेरी इज्जत करते हैं लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब मेरे लिए यहां जगह बना पाना मुश्किल था. पीछे मुड़कर देखता हूं, तो लगता है कि कितना कुछ अचीव कर लिया है.
गणेश आचार्य ने सुनाई, चिकनी चमेली, छम्मा-छम्मा और ओ अंटावा की कहानी
10 रुपये प्रति दिन से काम शुरू किया था
गणेश आगे कहते हैं, मुझे आज भी याद है, जब मैं दस साल का था, तो पिताजी की डेथ हो गई थी. उस वक्त हम सांताक्रूझ के स्लम एरिया प्रभात कॉलोनी में रहा करते थे. पापा का सपना था कि वे कोरियोग्राफर बनें लेकिन हालात ऐसे नहीं थे कि हम कुछ कर सकें. मैंने 12 साल की उम्र में बतौर जुनियर आर्टिस्ट जॉइन किया था. मुझे एक दिन के दस रुपये मिलते थे. फिर 15 साल की उम्र में ग्रुप डांस जॉइन किया था, जहां हमें प्रति दिन के 165 रुपये मिलते थे. फिर 17 से 18 साल की उम्र में कमल मास्टर जी को बतौर असिस्टेंट जॉइन किया, जहां 365 रुपये मिलते थे. मैंने 19 साल से इंडिपेंडेंट कोरियोग्राफी शुरू की. उस वक्त बहुत स्ट्रगल किया. मेरे औकात से मुझे बहुत ज्यादा ही मिला है. इन सबका क्रेडिट मैं ऊपरवाले और मां को देता हूं. हालांकि मैं कहीं भी पहुंच जाऊं लेकिन मेरे पांव हमेशा जमीन पर रहेंगे. मैं अपने बच्चों को भी यही सीखाता हूं.

राम गोपाल वर्मा ने उर्मिला मतोंडकर से जुड़े पुराने आरोपों और कयासों का जवाब दिया. उर्मिला संग डायरेक्टर ने 1990 के दशक और 2000 के शुरुआती सालों में काफी काम किया था. राम के साथ उर्मिला की फिल्मों जैसे 'रंगीला', 'दौड़', 'सत्या' और 'प्यार तूने क्या किया' ने उन्हें उस दौर के सबसे आइकॉनिक चेहरों में से एक बनाया था.

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.











