
'कबीर सिंह' में Shahid Kapoor की जगह होते Ranbir Kapoor? संदीप वांगा बोले- मिस हो गया मैसेज
AajTak
संदीप ने 2017 में तेलुगु भाषा में बनीं अर्जुन रेड्डी फिल्म का डायरेक्शन किया था. इस फिल्म से उन्हें खूब नाम-पहचान मिली. तभी रणबीर ने उन्हें मैसेज किया था, लेकिन संदीप ने वो देखा नहीं. उनसे वो मैसेज मिस हो गया. एक इंटरव्यू में संदीप ने इस बात का खुलासा किया है.
संदीप रेड्डी वांगा के डायरेक्शन में बनी रणबीर कपूर स्टारर फिल्म एनिमल ने बॉक्स ऑफिस पर खूब धूम मचाया. दोनों की इस जोड़ी को धमाकेदार कहा गया. भले ही रणबीर-संदीप ने 2023 में साथ में काम किया लेकिन अगर किस्मत को मंजूर होता तो ये दोनों काफी साल पहले ही साथ काम कर चुके होते. रणबीर संदीप के काम को बहुत पहले ही परख चुके थे और उनके साथ काम करना चाहते थे.
रणबीर ने किया था मैसेज
संदीप ने 2017 में तेलुगु भाषा में बनीं अर्जुन रेड्डी फिल्म का डायरेक्शन किया था. इस फिल्म से उन्हें खूब नाम-पहचान मिली. तभी रणबीर ने उन्हें मैसेज किया था, लेकिन संदीप ने वो देखा नहीं. उनसे वो मैसेज मिस हो गया. दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में संदीप ने इस बात का खुलासा किया है.
संदीप ने बताया कि वो टेक्स्ट मैसेज चेक करने की आदत को भूल चुके हैं. क्योंकि अब ज्यादातर कम्यूनिकेशन व्हाट्सएप के जरिए ही होते हैं. संदीप बोले- रणबीर कपूर ने मुझे टेक्स्ट मैसेज किया था. जब से व्हाट्स एप आया है, मैंने एसएमएस को चेक करना बंद कर दिया है. सब अब ऑनलाइन ही रहते हैं. रणबीर ने वो मैसेज एक्चुअली मुझे दिखाया था. जिसने मुझे सोचने पर मजबूर किया कि मैंने ऐसे कितने मैसेज मिस किए होंगे. अनिल कपूर जी ने भी मैसेज किया था.
तो शाहिद की जगह होते रणबीर?
संदीप ने आगे कहा- कुछ मैसेजेस तो मैंने कभी रीड किए ही नहीं. क्योंकि इतने मैसेज आते हैं, कभी बैंक से, फेसबुक या कहीं और से. इसके बाद जब संदीप से पूछा गया कि क्या अगर वो उस वक्त रणबीर का मैसेज देख लेते तो 'कबीर सिंह' में शाहिद कपूर की जगह रणबीर होते? इस पर उन्होंने तुरंत रिएक्ट करते हुए कहा- नहीं, बिल्कुल नहीं. रणबीर ने बहुत साफ शब्दों में कहा है वो कोई रिमेक फिल्म नहीं करेंगे. तो मुझे पता है.

राम गोपाल वर्मा ने उर्मिला मतोंडकर से जुड़े पुराने आरोपों और कयासों का जवाब दिया. उर्मिला संग डायरेक्टर ने 1990 के दशक और 2000 के शुरुआती सालों में काफी काम किया था. राम के साथ उर्मिला की फिल्मों जैसे 'रंगीला', 'दौड़', 'सत्या' और 'प्यार तूने क्या किया' ने उन्हें उस दौर के सबसे आइकॉनिक चेहरों में से एक बनाया था.

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.











