ओडिशा में लखीमपुर जैसा हादसा, MLA ने भीड़ पर चढ़ाई कार, 7 पुलिसकर्मियों समेत 23 घायल
AajTak
ओडिशा में बीजू जनता दल के निलंबित विधायक प्रशांत जगदेव ने अपनी गाड़ी भीड़ पर चढ़ा दी. इस दुर्घटना में करीब 23 लोग घायल हुए हैं. घायलों में 7 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. ऐसे में गुस्साए लोगों ने विधायक को भी पीटा और कार में भी तोड़फोड़ की.
ओडिशा के चिलिका विधानसभा क्षेत्र से बीजू जनता दल (बीजद) के निलंबित विधायक प्रशांत जगदेव ने अपनी गाड़ी से चुनाव के लिए जमा हुई भीड़ को रौंद दिया. इस दुर्घटना में करीब 23 लोग घायल हुए हैं, जिसमें ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिस कर्मी समेत 7 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं. घायलों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है. हालांकि, इस हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने विधायक की गाड़ी को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही, विधायक के साथ भी मारपीट की.
तैनात 7 पुलिसकर्मियों के साथ अन्य 23 लोग घायल
खुर्दा जिले के बनपुर ब्लॉक में, चेयरमैन चुनाव के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ करीब 500-600 लोग इकट्ठा हुए थे. उसी दौरान विधायक जगदेव ब्लॉक पहुंचे और गाड़ी से जबरन भीड़ को रौंदते हुए आगे बढ़ गए. जिसकी वजह से ड्यूटी पर तैनात 7 पुलिसकर्मियों के साथ अन्य 23 लोग जख्मी हुए हैं.
लोगों ने विधायक को पीटा, तोड़ी गाड़ी
इस हादसे के बाद, घटनास्थल पर मौजूद गुस्साए लोगों ने विधायक की गाड़ी को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही जोरदार हंगामे के बीच लोगों ने विधायक के साथ मारपीट की, जिससे वह घायल हो गए. विधायक के साथ अन्य सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है.
अन्य राजनीतिक दलों के करीब 15 समर्थक भी घायल
केरल में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने लोकसभा चुनाव में बाजी मार ली. इस बीच मुस्लिम लीग की चर्चा हो रही है. कांग्रेस के साथ UDF अलायंस में शामिल इस पार्टी ने दो सीटें पाई हैं. नाम के चलते इसे देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार मुस्लिम लीग और जिन्ना से जोड़ा जाता है, लेकिन क्या वाकई ऐसा है?
बैठक में चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि बिना समय गंवाए जल्द से जल्द सरकार का निर्माण पूरा किया जाए. ईन डी ए की इस बैठक के साथ ही नीतीश और नायडू को लेकर चल रही अटकलें खत्म हो गई. नायडू ने अटकलों पर विराम लगा दिया लेकिन खबर है कि टी डी पी की तरफ से मांगों की फहरिस्त रखी गई है. इसमें शामिल है लोक सभा स्पीकर का पद. टी डी पी को मिले मंत्रिमंडल में टी डी पी से पांच से छह मंत्री होने की सूत्रों के मुताबिक टी डी पी ने सड़क, परिवहन, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, आवास और शहरी विकास, जल शक्ति और वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री की मांग रखी है.