
इधर कन्याकुमारी में PM मोदी का ध्यान, तो उधर शाह पहुंचे तिरुपति बालाजी और नड्डा ने किए कुलदेवी के दर्शन
AajTak
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का प्रचार अभियान खत्म होते ही नेता अब मंदिरों में पहुंचने लगे हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने जहां परिवार संग तिरुपति बालाजी के दर्शन किए तो वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने परिवार संग जाकर बिलासपुर स्थित कुलदेवी मंदिर में पूजा की.
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान शनिवार को होना है. शुक्रवार को चुनाव प्रचार खत्म होने के साथ ही पीएम मोदी कन्याकुमारी पहुंच गए जहां वे वहां स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल के ध्यान मंडपम् में ध्यान लगा रहे है. कन्याकुमारी पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले उस भगवती अम्मन मंदिर मंदिर में पूजा-अर्चना की, जो देवी कन्याकुमारी को समर्पित है.
पीएम के अलावा बीजेपी के अन्य नेता भी मंदिरों के दर्शन कर रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह जहां परिवार के साथ तिरुपति बालाजी पहुंचे तो वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने परिवार संग हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में कुलदेवी शक्ति पीठ में पूजा की.
यह भी पढ़ें: पहले ध्यान, फिर शिव और सूर्य साधना... देखें विवेकानंद रॉक से PM मोदी की तस्वीरें
शाह ने तिरुपति मंदिर में की पूजा
गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को अपनी पत्नी सोनल शाह के साथ तिरुपति बालाजी में पहुंचकर भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की पूजा-अर्चना की. मंदिर के प्रवेश द्वार पर उनका स्वागत तिरुमाला-तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी एवी धर्म रेड्डी ने किया. दंपति ने आज वीआईपी ब्रेक अवधि के दौरान पूजा-अर्चना की.
मंदिर के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो अमित शाह की पत्नी सोनल शाह ने भी दिन में अभिषेकम सेवा में भाग लिया. दर्शन के बाद मंदिर के पुजारियों ने शाह को वैदिक मंत्रों से आशीर्वाद दिया. मंदिर के अधिकारियों ने मंदिर के अंदर रंगनायकुला मंडपम में अमित शाह को भगवान का प्रसाद और एक तस्वीर भेंट की.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










