इजरायल-हमास के बीच तेज हो रही जंग, फंसे सभी नेपाली छात्रों को किया गया शिफ्ट
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नेपाल के लिए एक अच्छी खबर यह है कि नेपाल सरकार ने मंगलवार को कहा कि इजराइल में मौजूद सभी नेपाली छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इजरायल में सभी नेपाली छात्रों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है.
आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद इजराइली सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है. इस जंग में अब तक इजरायल के 1,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 2,600 से ज्यादा जख्मी हैं. वहीं, गाजा पट्टी में 704 लोगों की जान गई है और करीब 4000 लोग घायल हुए हैं. इस संघर्ष में फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका और नेपाल सहित कई विदेशी नागरिक भी अपनी जान गंवा चुके हैं.
इस बीच नेपाल के लिए एक अच्छी खबर यह है कि नेपाल सरकार ने मंगलवार को कहा कि इजराइल में मौजूद सभी नेपाली छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इजरायल में सभी नेपाली छात्रों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है.
'जल्द इजरायल से निकालेंगे अपने नागरिक'
विदेश विभाग के प्रवक्ता सेवा लमसल ने कहा कि मेरे पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, रात तक 50 से अधिक छात्रों को सुरक्षित रूप से शिफ्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय इजरायल में नेपाल दूतावास की टीम के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है और इजरायल द्वारा हवाई यात्रा की अनुमति मिलने के बाद इन छात्रों को नेपाल वापस लाने की तैयारी कर रहा है.
प्रवक्ता ने बताया कि हमास द्वारा किए गए हमले के बाद कुल 17 छात्रों में से एक से संपर्क नहीं हो पाया है. ये 17 कृषि में स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले 49 छात्रों में से थे, जो पिछले महीने ही इजरायल गए थे. मंत्रालय ने कहा कि बाकी 32 छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है. नेपाल के चार घायल छात्रों का इलाज इजरायली सेना की सहायता से किया जा रहा है.
नेपाल सरकार इजरायल में काम कर रहे नागरिकों को वापस लाने के लिए विशेष विमान की व्यवस्था कर रही है. अब तक 324 लोगों ने बचाव और स्वदेश वापसी के लिए विदेश मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए डेटाबेस में अपना नाम दर्ज कराया है.