आर्यन केस में समीर वानखेड़े पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, पढ़ें साजिश बेनकाब होने की पूरी कहानी
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आखिर समीर वानखेड़े ने ऐसा क्या किया की सीबीआई खुद उन्हीं के पीछे लग गई. आखिर एक सीनियर सरकारी अफसर अपनी ही एक सरकारी एजेंसी के निशाने पर कैसे आ गया? उसने ऐसा क्या किया कि उसके खिलाफ सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया?
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर रह चुके समीर वानखेड़े उस वक्त खूब चर्चाओं में बने रहे, जब उन्होंने सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया था. उन दिनों वानखेड़े मीडिया की सुर्खियों में थे. अब आर्यन खान केस में सच्चाई सामने आई तो उसी समीर वानखेड़े पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. सीबीआई का इल्जाम है कि समीर वानखेड़े ने शाहरुख को बेटे को इस मामले से निकालने के नाम पर 25 करोड़ रुपये की मांग की थी. आइए आपको बताते हैं कि इस पूरे मामले में समीर वानखेड़े कब, कहां और कैसे फंसते गए.
अक्टूबर 2021 समीर वानखेड़े तब लगभग पूरे महीने भर तक सुर्खियों मे थे. गिरफ्तारी शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की हुई थी. लेकिन मीडिया में हर जगह चर्चे समीर के हो रहे थे. क्योंकि उन्होंने ही 2 अक्टूबर 2021 की शाम मुंबई से गोवा जाने वाले कार्डेलिया क्रूज से ड्रग्स रखने के इल्जाम में करीब 19 लोगों को हिरासत में लिया था. जिनमें से एक आर्यन खान थे. इसके बाद आर्यन पूरे 28 दिनों तक पहले इनकी हिरासत में थे और फिर जेल में. फिर 28 दिन बाद वो जमानत पर बाहर आ गए थे. तब मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे़ ही थे. वही समीर वानखेड़े जिनके ऊपर अब उसी आर्यन खान और उसी केस को लेकर अब खुद की गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. यानि आर्यन खान को जेल भेजने वाले समीर वानखेड़े अब खुद जेल जा सकते हैं.
कैसे कसा समीर वानखेड़े पर शिकंजा? पर सवाल ये है कि आखिर समीर वानखेड़े ने ऐसा क्या किया की सीबीआई खुद उन्ही के पीछे लग गई. आखिर एक सीनियर सरकारी अफसर अपनी ही एक सरकारी एंजेसी के निशाने पर कैसे आ गया? उसने ऐसा क्या किया कि उसके खिलाफ सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया और सबसे बड़ा सवाल ये कि आखिर ये सब किसके इशारे पर हो रहा है? तो चलिए आज आपको समीर वानखेड़े के खिलाफ दर्ज केस और आगे होने वाली कार्रवाई की पूरी इनसाइड स्टोरी बताते हैं. तो चलिए आखिर से शुरु करते हैं.
11 मई 2023 सीबीआई एक एफआईआर दर्ज करती है. ये एफआईआर कुल 5 लोगों के खिलाफ है. ये 5 नाम हैं- 2008 बैच के आईआरएस अफसर समीर वानखेडे़. एनसीबी के 2021 के सुप्रीटेंडेंट विश्वविजय सिंह, खुफिया अधिकारी आशीष रंजन, केपी गोसावी और सैमविल डिसुजा. इन पांचो के खिलाफ भ्रष्टाचार, जबरन वसूली और आपराधिक साजिश रचने के मामले में अलग-अलग धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. अब इस एफआईआर को आसान लफ्जों में समझिए, दरअसल ये एफआईआर आर्यन खान की गिरफ्तारी से जुड़ी है. सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक आर्यन की गिरफ्तारी के बाद वानखेड़े और उनकी टीम ने शाहरुख खान के परिवार से 25 करोड़ रुपये वसूलने की कोशिश की थी. ये रकम लेने के बाद आर्यन को केस से बरी कर देने का सौदा हुआ था. पेशगी के तौर पर इन लोगों ने 50 लाख रुपये ले भी लिए थे.
समीर वानखेड़े को जाने थे 8 करोड़ इस पूरे सौदे का खुलासा आगे करेंगे. अब आपको बताते हैं कि आर्यन केस के करीब डेढ़ साल बाद जाकर समीर वानखेड़े के खिलाफ मुकदमा क्यों दर्ज हुआ दरअसल 2 और 3 अक्टूबर की रात जब आर्यन का नाम ड्रग्स केस से हटाने के लिए एनसीबी की टीम और शाहरुख खान की मैनेजर के बीच फोन पर सौदे की जो बातचीत हो रही थी वो ऑडियो रिकॉर्ड हो चुका था. ये ऑडियो इस बात का सूबत था कि आर्यन की रिहाई के लिए सौदेबाजी हो रही है. वो भी एनसीबी की तरफ से. इसमे एनसीबी की तरफ से सौदा कर रहा शख्स एक जगह ये भी कहता सुनाई देता है कि जो 25 करोड़ रुपये लेने है, उनमें से 8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को जाने हैं.
समीर वानखेड़े के लिए मुश्किल बातचीत का ये सबूत शाहरुख खान के स्टाफ के पास भी था. मगर परिवार तब कानूनी तौर पर आर्यन की रिहाई का इंतजार कर रहा था. एक बार आर्यन जब जमानत पर रिहा हो गया तब उसी वक्त ये लगा था कि अब ये मामला ऊपर तक जाएगा और समीर वानखेड़े के लिए मुश्किल आएगी. हालाकि आर्यन की जमानत के बाद समीर वानखेड़े का नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो मुंबई जोन से ट्रांसफर भी कर दिया गया था. लेकिन आर्यन से जुड़ी सौदेबाजी वाली फाइल अब भी बंद थी. खुद शाहरुख खान इस पूरे मामले में मुंह खोलने को तैयार नहीं थे. शाहरूख से जुड़े करीबी सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे पर शाहरुख की एक ही राय थी और वो ये कि आर्यन की गिरफ्तारी या एनसीबी के किसी अफसर के बारे में वो अपने मुंह से कभी कुछ भी नहीं कहेंगे.
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