
आर्मी कैंप, हेलीपैड, सड़क... सब जलमग्न, धराली की तबाही के बाद हर्षिल में झील बनी नई आफत
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उत्तरकाशी के धराली गांव में आपदा के बाद हालात गंभीर बने हुए हैं. सभी सड़क मार्ग टूट या बह जाने से इलाके का संपर्क कट गया है. सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें अब तक 931 से अधिक लोगों को बचा चुकी हैं, जबकि करीब 250 लोग अब भी फंसे हैं.
Uttarkashi Dharali flash floods update: उत्तरकाशी के धराली गांव में आई आपदा के बाद हालात अब भी गंभीर हैं. धराली तक जाने वाले सभी रास्ते टूट और बह चुके हैं. सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. अब तक 931 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, और यह संख्या लगभग 1000 तक पहुंच रही है. हालांकि, धराली और हर्षिल इलाके में अभी भी करीब 250 लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने का काम जारी है.
लोगों का सुरक्षित स्थानों पर पहुंचना
जिन्हें बचाया गया है, उन्हें पहले हर्षिल और मातली लाया जा रहा है, फिर वहां से देहरादून भेजा जा रहा है. पर्यटकों का रेस्क्यू लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन मजदूर और स्थानीय लोग, जो धराली और गंगोत्री में काम कर रहे थे, उनका निकालना जारी है.
सड़क मार्ग पूरी तरह बाधित
धराली तक मशीनें नहीं पहुंच पाई हैं क्योंकि कई जगह सड़के पूरी तरह बह चुकी हैं. कुछ स्थानों पर 4–5 किलोमीटर का रास्ता पूरी तरह गायब हो गया है. इन्हें जोड़ने में कई दिन लग सकते हैं. फिलहाल, वायुसेना की मदद से हवाई रास्ते से जरूरी सामान और मशीनें लाई जा रही हैं.सरकारी मदद और निर्णय
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की है कि आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. पूरी तरह क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को भी 5 लाख रुपये की मदद मिलेगी. इसके अलावा, प्रभावित गांवों के पुनर्वास और आजीविका सुधार के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है, जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी.

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