
आठ घंटे पहले जन्मी बच्ची झाड़ियों में मिली, महिला ऑफिसर ने यूं गले लगाकर कराया चुप
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राजस्थान के बाड़मेर में 8 घंटे पहले जन्मी बच्ची झाड़ियों में रोती मिली. लोगों ने आवाज सुनी तो झाड़ियों में जाकर देखा. कपड़ों में लिपटी नवजात रो रही थी. लोगों ने तुरंत सूचना पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को अस्पताल ले गई. अस्पताल में महिला अफसर ने बच्ची को गोद में लेकर गले लगा लिया.
राजस्थान के बाड़मेर में रेलवे ट्रैक के पास झाड़ियों में एक नवजात बच्ची रोती मिली है. जब रेलवे ट्रैक के पास से गुजर रहे लोगों ने देखा तो सूचना पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को लेकर बालोतरा के नाहटा अस्पताल में भर्ती करवाया. जैसे ही इसकी सूचना बालोतरा डीवाईएसपी नीरज कुमारी को मिली तो वे अस्पताल पहुंचीं और बच्ची को गोद में उठाकर गले लगा लिया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
जानकारी के मुताबिक, बाड़मेर जिले के अजीत गांव के कुछ गांव के लोग रेलवे ट्रैक के पास से गुजर रहे थे. इस दौरान लोगों ने झाड़ियों में बच्चे के रोने की आवाज सुनी. इसके बाद ग्रामीणों ने बच्चे को आसपास ढूंढ़ना शुरू किया. बच्चे की आवाज झाड़ियों से आ रही थी. ग्रामीण झाड़ियों के बीच पहुंचे तो पुराने कपड़े और शॉल में लिपटी नवजात बच्ची मिली.
लोगों ने देखा कि तेज धूप के बीच बच्ची झुलस रही थी. ग्रामीणों ने इस मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात बच्ची को लेकर समदड़ी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया.
प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को बालोतरा के नाहटा अस्पताल भिजवाया गया. बालोतरा में सूचना मिलने के बाद डीवाईएसपी नीरज कुमारी और उपखंड मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंच गए. इस दौरान महिला डीवाईएसपी नीरज कुमारी ने नवजात बच्ची को अपनी गोद में उठाकर गले लगा लिया. उन्होंने डॉक्टरों से बच्ची का हाल पूछा. इस दौरान की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो लोग महिला अफसर की तारीफ में प्रतिक्रिया करने लगे.
समय रहते पहुंच गए लोग, सूअर -कुत्तों का था डर
ग्रामीणों के मुताबिक, तेज धूप में झाड़ियों के बीच पुराने कपड़े और शॉल में लिपटी नवजात मिली है. वहां आसपास सूअर और कुत्ते घूमते रहते हैं. बच्ची के रोने की आवाज सुनकर हम पहुंच गए, वरना, बच्ची को खतरा हो सकता था.

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