आज का दिन: पंजाब से लेकर हरियाणा-राजस्थान तक... हर जगह क्यों मुश्किल में है कांग्रेस?
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कांग्रेस ने तकरीबन 70 साल आज़ादी के लिए संघर्ष किया था और अब 70 साल आज़ादी के बाद सत्ता का सुख भोगती रही, अब पार्टी मुश्किल हालात में है, बहुत से कांग्रेसी नेता भी समय के साथ पार्टी का हाथ छोड़ कमल का दामन थाम चुके हैं लेकिन जो रह गए, वे दिन-ब-दिन पार्टी के लिए चिंताएं खड़ी करते जा रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी जिसके इर्द-गिर्द भारतीय राजनीति फूली-फली, इस पार्टी के उत्थान और पतन को लेकर बहुत से लोग समय-समय पर अलग-अलग भविष्यवाणी करते रहें, कुछ सही हुई कभी तो कुछ ग़लत लेकिन एक आकलन पार्टी को लेकर बड़ा सही दिखाई पड़ता है और वो ये कि पार्टी ने तकरीबन 70 साल आज़ादी के लिए संघर्ष किया था और अब 70 साल आज़ादी के बाद सत्ता का सुख भोगती रही तो अब पार्टी की स्थिति ठन-ठन गोपाल ही रहने वाली है क्योंकि उन्होंने जितना संघर्ष किया था, उसका हासिल तो वो जी चुके, शायद इसीलिए बहुत से कांग्रेसी नेता भी समय के साथ पार्टी का हाथ छोड़ कमल का दामन थाम चुके हैं लेकिन जो रह गए , वे पार्टी को उबारेंगे क्या, दिन-ब-दिन पार्टी के लिए चिंताएँ खड़ी करते जा रहे हैं और ये एक - दो राज्य की बात नहीं, आप नाम लीजिये उस राज्य का जहाँ कांग्रेस की प्रजेंस हो और आप कमोबेश वही स्थिति पाएंगे.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.