
आखिर कुएं में कैसे पहुंची ICICI बैंक मैनेजर की लाश, आखिरी बातचीत में पत्नी से कहा था- मरने वाला हूं, मुझे बचा लो
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पटना में एक बैंक मैनेजर अभिषेक वरुण एक सूखे कुएं में मृत पाए गए. अपनी पत्नी को किए गए उनके आखिरी फ़ोन कॉल से पता चला कि वे फंसे हुए थे और उन्हें अपनी मौत का डर था. इस मामले में अब सवाल उठ रहा है कि क्या यह एक दुर्घटना थी या सुनियोजित हत्या? इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है.
Patna Abhishek Varun Death Mystery: एक शख्स बेहद परेशानी के आलम में किसी से फोन पर बात कर रहा था. जब ये बातचीत हो रही थी, उस वक्त देर रात के तीन बजे थे. फोन पर एक तरफ थे अभिषेक वरुण और दूसरी तरफ थी उनकी पत्नी. फोन पर अभिषेक लगातार ये कह रहा था कि वो मरने वाला है, उसे बचा लो. वो ये भी कह रहा था कि उसके ऊपर गाड़ी गिरी हुई है. पर अभिषेक ये नहीं बता पा रहा था कि उस वक्त असल में वो था कहां? पत्नी के बार बार पूछने पर उसने सिर्फ इतना बताया कि उसके चारों तरफ दीवार है.
नहीं मिल रहा था अभिषेक का कोई सुराग असल में ना अभिषेक को पता था कि उस वक्त वो कहां पर है और ना ही उसकी पत्नी को मालूम था कि वो कहां से बोल रहा है. इसके बाद फोन कट जाता है. घबराई पत्नी अब पटना पुलिस को फोन करती है. और फिर अपने जीजा के साथ रात के अंधेरे में ही अपने पति को ढूंढने घर से बाहर निकल पड़ती है. पर पूरा सोमवार बीत जाता है. अभिषेक का कोई सुराग नहीं मिलता. परिवार पुलिस में रिपोर्ट लिखाता है. पुलिस और अभिषेक के दोस्त अभिषेक के मोबाइल के लास्ट लोकेशन से ये पता लगा लेते हैं कि वो इस वक्त कहां है. उसका लास्ट लोकेशन पटना शहर से दूर बेउर के एक सुनसान इलाके के एक घर का दिखा रहा था.
पुलिस ने नहीं ली दिलचस्पी मोबाइल लोकेशन सही थी लेकिन अभिषेक का कोई सुराग नहीं मिल रहा था. पुलिस भी अपनी खानापूर्ति करके मौके से लौट चुकी थी. हालांकि पुलिस के लौटने से पहले अभिषेक का मोबाइल जो लास्ट लोकेशन बता रहा था. वहां से अभिषेक के चप्पल और स्कूटी के पहियों के निशान मिल चुके थे. लेकिन फिर भी पुलिस ने आसपास जाकर अभिषेक को ढूंढने की जहमत नहीं उठाई.
कुएं में पड़ी थी अभिषेक की लाश और स्कूटी अब सोमवार भी बीत चुका था. रविवार रात से गायब अभिषेक का अब तक कोई सुराग नहीं मिला था. लेकिन परिवार और दोस्त लगातार उसे ढूंढने में लगे थे. अब मंगलवार की सुबह हो चुकी थी. सुबह सुबह अभिषेक के ससुर, दोस्त और बाकी लोग फिर से उसी जगह पर पहुंचते हैं, जहां अभिषेक की लास्ट लोकेशन मिली थी. जहां से उसके चप्पल और स्कूटी के टायर के निशान मिले थे. एक बार फिर आसपास सभी अभिषेक को ढूंढने में लग जाते हैं. इसी बीच ढूंढते ढूंढते अभिषेक के ससुर एक खेत की तरफ पहुंच जाते हैं. खेत के करीब एक पगडंडी थी और पगडंडी के बराबर में एक कुआं. अभिषेक के ससुर जैसे ही कुआं में झांकते हैं उनकी चीख निकल जाती है. करीब 30 फीट गहरा कुआं बिल्कुल सूखा था और अंदर एक स्कूटी और अभिषेक की लाश पड़ी थी.
हादसा या हत्या की साजिश? दरअसल, शुरू में हमने फोन पर होने वाली जिस बातचीत का जिक्र किया था. वो अभिषेक और उसकी पत्नी के बीच की बातचीत थी. तब अभिषेक का वो आखिरी कॉल शायद उसी कुएं से किया गया था. लेकिन अभिषेक उस कुएं तक पहुंचा कैसे? अभिषेक की मौत कैसे हुई? क्या ये एक हादसा था या फिर पूरी साजिश के साथ की गई एक हत्या? तो इस कहानी को समझने के लिए कहानी की शुरुआत में यानि रविवार की तरफ लौटना होगा.
पार्टी से निकलते वक्त सीसीटीवी में कैद अभिषेक अभिषेक वरुण पटना में ICICI लोमबार्ड बैंक में एक ब्रांच मैनेजर था. रविवार को पटना में ही अभिषेक के दोस्तों ने एक पार्टी रखी थी. ये पार्टी पटना के गणपति वाटिका में थी. इस पार्टी में अभिषेक अपनी पत्नी और बेटी के साथ गया था. पर पार्टी में अशोक ने शायद ज्यादा शराब पी ली थी. सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में देखा जा सकता है कि पार्टी खत्म होने के बाद अभिषेक, उसकी पत्नी और बेटी बाहर निकल आए थे. तस्वीर रविवार 13 जुलाई रात 10 बजकर 16 मिनट की है. सामने की तरफ ब्लू टी शर्ट में स्कूटी पर अभिषेक का एक दोस्त है. उस तरफ कार के साथ-साथ अभिषेक दिख रहा है. और अभिषेक के पीछे उसकी पत्नी और बेटी. शायद अभिषेक इस हालत में नहीं था कि वो अपनी स्कूटी पर अपनी पत्नी और बेटी को बिठाकर घर ले जाता. इसीलिए अभिषेका का दोस्त अभिषेक की पत्नी और बेटी को अपनी स्कूटी पर घर छोड़ता है.

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