आंदोलन खत्म किए जाने को लेकर दो धड़ों में बंटे किसान संगठन, दोनों के अलग सुर
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कल शाम जब ऐसा लगा कि किसान आंदोलन अब समापन के कगार पर है और आंदोलन के प्रतीक बन चुके भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत अलग-थलग पड़ गए हैं. ऐसा लग रहा है मानों किसान 2 धड़ों में बंट गए हैं. एक धड़ा है जत्थेबंदियों का, जो कह रहे हैं कि किसानों की सारी मांगे मोदी सरकार ने मान ली, दूसरा धड़ा है राकेश टिकैत वाला, जो कह रहा है कि उन्हें जानकारी नहीं है कि सरकार ने क्या किया है. एक धड़ा है वो जो कह रहा है कि अब आंदोलन खत्म हो जाना चाहिए और दूसरा धड़ा है राकेश टिकैत का जो कह रहे हैं कि हम कहीं नहीं जाने वाले.
बिहार की सियासत के दो बड़े चेहरों का कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरना तय माना जा रहा था लेकिन ऐसा हुआ नहीं. कन्हैया कुमार की बेगूसराय सीट आरजेडी ने लेफ्ट को दे दी तो वहीं पप्पू यादव की दावेदारी वाली पूर्णिया से खुद उम्मीदवार उतार दिया. अब तेजस्वी ने कहा है कि बीमा भारती को वोट नहीं देना चाहते तो एनडीए को जिता दीजिए. इसके पीछे क्या है?
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