अमेरिकी नागरिकों को एयरपोर्ट तक लाने में तालिबान ने की थी मदद, तैयार हुआ था सीक्रेट गेट और कॉल सेंटर: रिपोर्ट
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अमेरिकी सेना और तालिबान के लड़ाकों के बीच एक सीक्रेट डील हुई थी, जिसके तहत अमेरिकी नागरिकों को बिना किसी दिक्कत के एयरपोर्ट तक का पैसेज तैयार किया गया था.
अफगानिस्तान में 20 साल तक जंग लड़ने के बाद अमेरिका अब वहां से वापस लौट आया है. 30 अगस्त को अमेरिका ने आधिकारिक रूप से अपनी जंग खत्म करने का ऐलान किया और आखिरी विमान ने वहां से उड़ान भरी. लेकिन अमेरिकी नागरिकों को बिना किसी दिक्कत के एयरपोर्ट तक पहुंचाने में तालिबान के लड़ाकों ने भी अहम भूमिका निभाई है. अमेरिकी मीडिया CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सेना और तालिबान के लड़ाकों के बीच एक सीक्रेट डील हुई थी, जिसके तहत अमेरिकी नागरिकों को बिना किसी दिक्कत के एयरपोर्ट तक का पैसेज तैयार किया गया था. अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट पर कुछ कॉल सेंटर्स तैयार किए थे और सीक्रेट गेट भी तैयार किया था. इन कॉल सेंटर्स की मदद से अमेरिकी सेना अपने नागरिकों को एयरपोर्ट तक आने के लिए गाइड कर रही थी और सीक्रेट गेट पर तालिबान के लड़ाकों ने उन्हें आने में मदद की.भारत 46वें अंटार्कटिक संसद की मेजबानी कर रहा है. 30 मई तक चलने वाली इस बैठक में बर्फीले महाद्वीप से जुड़े कई मुद्दों पर बात होगी. फिलहाल वैज्ञानिक परेशान हैं क्योंकि अंटार्कटिक महासागर के भीतर धाराएं कमजोर पड़ रही हैं. डर जताया जा रहा है कि साल 2050 तक ये बहाव इतना कम हो जाएगा कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन घटने लगेगी.
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