अमेरिका में मंदी? बेरोजगारी भत्ते की कतार में 2 लाख लोग, आर्थिक गतिविधि सुस्त, भारत में दिखेगा असर?
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अमेरिकी मार्केट में गिरावट का दौर जारी है. बीते दिन टेस्ला के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. ऑफर के बावजूद अमेरिकी बाजार में इस इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी की गाड़ियां नहीं बिक रही हैं. भारतीय मार्केट भी कई दिनों से लाल निशान में ही नजर आ रहा है.
अमेरिकी मार्केट में गिरावट (US Market Fall) थमने का नाम नहीं ले रही है. गुरुवार को हेवी-टेक्नोलॉजी नैस्डैक (Nasdaq) 2 फीसदी की गिरावट के साथ क्लोज हुआ. निवेशकों को इस बात की चिंता थी कि फ्लेक्सिबल इकोनॉमिक डेटा अमेरिकी फेडरल रिजर्व को ब्याज दरों में बढ़ोतरी से अधिक समय तक रोके रखेंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. फेडरल रिजर्व ने अपना आक्रामक रुख बरकरार रखा. इस वजह से अमेरिका में मंदी की आशंका गहरा रही है, जिसकी वजह से निवेशक अब रिस्क लेने के मोड में नजर नहीं आ रहे हैं.
11 इंडस्ट्रीज सेक्टर अधिक प्रभावित
रेट-सेंसिटिव ग्रोथ स्टॉक्स सॉ टेक्नोलॉजी (.SPLRCT) और कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी (.SPLRCD) इंडेक्स में नुकसान S&P 500 (.SPX) से 11 इंडस्ट्रीज सेक्टर सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. रायटर्स की रपोर्ट के अनुसार, इस बीच तीसरी तिमाही के अमेरिकी ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट उत्पाद दर का अंतिम अनुमान 3.2 फीसदी लगाया गया है. ये पुराने अनुमान 2.9 फीसदी से अधिक है.
बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन
लेकिन इस दौरान श्रम विभाग ने कहा कि देश में बेरोजगारी भत्ता का लाभ के लिए आवेदन पिछले सप्ताह बढ़कर 2,16,000 हो गए हैं. हालांकि, 2,22,000 के इकोनॉमिस्ट अनुमान से कम थे. एक तीसरी रिपोर्ट में पता चला कि लगातार नौवें महीने में अमेरिका में आर्थिक गतिविधियों में गिरावट आई है.
जानकारों का मानना है कि अमेरिका 2022 की सबसे बड़ी चिंताओं में से एक साथ नए साल में प्रवेश करने जा रहा है. एक्सपर्ट्स की मानें तो अमेरिका 2022 की बड़ी चिंताओं में से एक के साथ आगे बढ़ रहे हैं. 2023 के बारे में उच्च महंगाई दर के दबाव को लेकर फेडरल रिजर्व की प्रतिक्रिया थी, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में और शायद विश्व स्तर पर भी मंदी के संकेत हैं.