
अमेरिका की चेतावनी, तेहरान में मीटिंग पर मीटिंग... ईरान में इजरायली अटैक के बाद क्या-क्या हुआ?
AajTak
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा, 'ईरान को इजरायल के हमलों का जवाब देने की गलती नहीं करनी चाहिए.' अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ईरान पर हमले से महीनों से चल रहे तनाव का अंत हो जाएगा. उन्होंने शनिवार को कहा, 'मुझे उम्मीद है कि यह अंत है.' ईरान की स्थानीय मीडिया के अनुसार, इजरायल के हमले पर चर्चा के लिए ईरान की संसद ने रविवार सुबह एक सेशन आयोजित किया है.
मिडिल ईस्ट में इस वक्त तनाव अपने चरम पर है. ईरान के सैन्य ठिकानों पर इजरायल के जवाबी हमलों ने स्थिति को अस्थिर कर दिया है. अमेरिका ने ईरानी शासन को जवाबी कार्रवाई की किसी भी योजना को लेकर आगाह किया है. पेंटागन ने कहा कि शनिवार के इजरायली हमलों का उद्देश्य दोनों देशों के बीच दुश्मनी को खत्म करना था.
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा, 'ईरान को इजरायल के हमलों का जवाब देने की गलती नहीं करनी चाहिए.' अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ईरान पर हमले से महीनों से चल रहे तनाव का अंत हो जाएगा. उन्होंने शनिवार को कहा, 'मुझे उम्मीद है कि यह अंत है.' ईरान की स्थानीय मीडिया के अनुसार, इजरायल के हमले पर चर्चा के लिए ईरान की संसद ने रविवार सुबह एक सेशन आयोजित किया है.
राष्ट्रीय हितों के आधार पर चुने टारगेट्स
ईरान इस हमले को कम महत्व देते हुए कह रहा है कि क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के प्रति उसकी जिम्मेदारियां हैं. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने ईरान में अपने लक्ष्यों को राष्ट्रीय हितों के आधार पर चुना, न कि अमेरिकी आदेशों के आधार पर. उनकी ये टिप्पणियां उन मीडिया रिपोर्ट्स के जवाब में थीं जिनमें दावा किया गया था कि इजरायल ने अमेरिकी दबाव के कारण ईरानी गैस और तेल सुविधाओं पर हमला करने से परहेज किया था.
मिसाइल प्रोडक्शन यूनिट को किया तबाह
आकलन करने वाले विशेषज्ञों के मुताबिक, सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि इजरायली हवाई हमलों ने उन इमारतों को निशाना बनाया जिनका इस्तेमाल ईरान बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए सॉलिड फ्यूल मिक्सिंग के लिए करता था. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली हवाई हमलों ने ईरान की मिसाइल प्रोडक्शन यूनिट को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है जो ईरान के लिए एक बहुत बड़ा झटका है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







