
IPO Alert: चाय पीते-पीते आया आइडिया... फिर हो गई 'Chai Point' की शुरुआत, अब आईपीओ लाने का प्लान
AajTak
IPO Alert: चाय बेचने वाली कंपनी Chai Point शेयर मार्केट में लिस्ट होने की तैयारी कर रही है और 2010 में शुरू हुई इस टी-कैफे चेन का इश्यू 2026 में आने की उम्मीद जताई जा रही है. बुधवार को समाप्त हुए महाकुंभ के दौरान कंपनी ने जबरदस्त बिक्री दर्ज की है.
साल 2025 में अब तक कई छोटी-बड़ी कंपनियों के इश्यू IPO Market में दस्तक दे चुके हैं. वहीं Tata Capital समेत तमाम कंपनियों ने अपने आईपीओ लॉन्च करने के लिए कमर कस ली है. इस बीच चाय बेचने वाली कंपनी भी आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. जी हां, हम बात कर रहे हैं टी-कैफे चेन 'Chai Point' के बारे में, जो अगले साल आईपीओ मार्केट में दस्तक दे सकती है. कंपनी के को-फाउंडर तरुण खन्ना ने इस प्लान के बारे में बताया है. बता दें कि एक दुकान पर चाय पीते-पीते उन्हें आइडिया आया था और फिर उन्होंने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर चाय पॉइंट की शुरुआत की थी. महाकुंभ के दौरान कंपनी ने जमकर कमाई की है.
महाकुंभ में हर दिन बेंची 1 लाख कप चाय पॉपुलर चाय कैफे चेन Chai Point अगले साल 2026 तक शेयर मार्केट में लिस्ट होने की तैयारी कर रही है. पीटीआई की रिपोर्ट में कंपनी के को-फाउंडर के हवाले से कहा गया है कि अब कंपनी शेयर बाजार में अपनी जगह बनाने की तैयारी कर रही है. 13 जनवरी से 26 फरवरी तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 मेले के दौरान इस चाय ब्रांड की पॉपुलैरिटी में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अपने लिमिटेड एडिशन स्टोर्स के जरिए हर दिन करीब 1 लाख कप चाय बेची हैं.
चाय पीते-पीते आया था Chai Point का आइडिया आज Chai Point देश की एक मशहूर चाय कैफे चेन बन चुकी है. लेकिन इसकी शुरुआत की कहानी बेहद दिलचस्प है. दरअसल, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर तरुण खन्ना (Tarun Khanna) साल 2009 में अपने एक छात्र अमुलीक सिंह बिजराल के साथ मुंबई के एक कैफे में चाय पी रहे थे, उसी समय उनके दिमाग में इसके बिजनेस से जुड़ा आइडिया आया और एक साल बाद चाय पॉइंट अस्तित्व में आया.
लोगों तक गुणवत्ता वाली चाय पहुंचाना मकसद चाय पॉइंट के को-फाउंडर तरुण खन्ना के मुताबिक, सड़क के किनारे एक दुकान पर काम करने वाला छोटा सा लड़ा ग्राहकों को प्लास्टिक के कपों में चाय बेच रहा था और लोग उसे 'छोटू' कहकर पुकार रहे थे. उसके चाय की डिमांड खूब थी, लेकिन मुझे इसमें स्वच्छा की कमी नजर आई, जिन कपों में चाय बेची जा रही थी, बेहद गंदे थे और आस-पास भी सफाई नजर नहीं आ रही था.
इसके बाद उन्हें आइडिया आया कि क्यों न लोगों को किफायती दाम पर अच्छी क्वालिटी की साफ-सुथरी और गुणवत्ता वाली चाय उपलब्ध कराई जाए. इसके साथ ही लोगों को इसके जरिए रोजगार भी मिल सके, फिर तरुण खन्ना और अमुलीक ने मिलकर चाय का स्टार्टअप शुरू करने पर काम शुरू कर दिया.













