
Hindenburg Research: 'हमारा नाम मत लीजिएगा...' हिंडनबर्ग के पोस्ट से मचा हड़कंप, वायरल हुए मजेदार मीम्स!
AajTak
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर Hindenburg Research ने पोस्ट शेयर किया है, जिसमें लिखा- 'Something big soon India' इस पोस्ट के बाद मीम्स की बाढ़ सी आ गई है. यूजर्स तरह-तरह के मीम्स शेयर कर रहे हैं.
अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करके हड़कंप मचा दिया है. सोशल मीडिया पर लोग एक दूसरे से पूछ रहे हैं कि अब किसकी बारी आने वाली है. शेयर बाजार के निवेशक भी सहमे हुए हैं कि अब कौन सी कंपनी या स्टॉक पर हिंडनबर्ग रिसर्च अपनी रिपोर्ट पेश करने वाला है? इस बीच, कुछ मजेदार मीम्स भी वायरल हो रहे हैं.
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर Hindenburg Research ने पोस्ट शेयर किया है, जिसमें लिखा- 'Something big soon India' इस पोस्ट के बाद मीम्स की बाढ़ सी आ गई है. लोग इस पोस्ट को भारत की कंपनियों पर बड़ा खुलासा होने के संकेत के तौर पर देख रहे हैं. हालांकि हिंडनबर्ग ने इस बारे में अन्य कोई जानकारी नहीं दी है.
वायरल हो रहे मजेदार मीम्स सोशल मीडिया पर #Hendenburg टॉप ट्रेंड में आ चुका है. यूजर्स लिख रहे हैं कि आखिर अब अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म किसके बारे में बड़ा खुलासा करने वाला है. एक यूजर ने लिखा कि भारत के अरबपति तैयार हो जाएं, जो भी अगला होने वाला है.
वहीं एक यूजर ने पंचायत 3 का मीम्स शेयर करते हुए लिखा है- इंडियन अरबपति सोच रहे हैं 'मेरा नाम मत लीजिएगा'... एक शेयर बाजार निवेशक ने लिखा- 'पहले से ही पोर्टफोलियो रेड है. अब क्या चाहता है भाई' एक ने लिखा कि भाई मेरे पैसे आधे मत कर देना...
पिछले साल अडानी पर आई थी रिपोर्ट जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी (Gautam Adani) के अडानी समूह पर निशाना साधते हुए एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट ने हडकंप मचा दिया था, क्योंकि हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. वही हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के आते ही अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में तगड़ी गिरावट हुई थी और गौतम अडानी दुनिया के नंबर 2 अरबपति से 36वें नंबर पर खिसक गए थे, क्योंकि इनकी संपत्ति में रिकॉर्ड गिरावट आई थी. हालांकि अब गौतम अडानी 12वें स्थान पर हैं.
86 अरब डॉलर घट गई थी वैल्यूवेशन अडानी ग्रुप पर 24 जनवरी 2023 को रिपोर्ट आने के बाद सभी शेयरों में भारी गिरावट आई थी, जिसके बाद कंपनी के वैल्यूवेशन भी तेजी से गिरे थे. आलम ये रहा कि अडानी ग्रुप की वैल्यूवेशन कुछ ही दिनों में 86 अरब डॉलर तक घट गई थी. शेयर प्राइस में इस भारी गिरावट ने बाद में समूह के विदेश में लिस्टेड बॉन्ड की भी भारी बिक्री हुई थी.













