Ankita Case Update: अंकिता हत्याकांड में सबसे बड़ा खुलासा!
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उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड मामला काफी गरमाया हुआ है. एक तरफ प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार अंकिता के हत्यारों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की बात करती दिख रही है. वहीं, दूसरी तरफ अंकिता के परिजन सरकार पर अविश्वास कर रहे हैं. अंकिता भंडारी की हत्या में पूर्व राज्य मंत्री और भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य की संलिप्तता सामने आने के बाद माहौल गरमाया हुआ है. शनिवार को ऋषिकेश एम्स में अंकिता के पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार कराने से परिजनों ने इनकार कर दिया. सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई जाती रही. प्रशासन ने अंकिता के परिजनों से शव का अंतिम संस्कार कराने का अनुरोध किया. इसके बाद भी वे नहीं माने. अब सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं अंकिता के परिजनों से फोन पर बात की है. उन्होंने बेटी के निधन पर शोक जताया. साथ ही, पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि अंकिता के गुनाहगारों को हर हाल में सजा दिलाई जाएगी.
केजरीवाल के वकील ने कहा कि ईडी के हस्तक्षेप के कारण, केजरीवाल को अपने कानूनी मामलों के लिए लीगल मीटिंग करने की अनुमति नहीं है और हफ्ते में सिर्फ 2 लीगल मीटिंग की अनुमति है. यदि आप भी समय देंगे, तो भी हमारे पास केजरीवाल के जवाब नहीं होंगे, तो हम कोई जवाब कैसे दाखिल कर सकते हैं? हमें अरविंद केजरीवाल से निर्देश नहीं मिल पा रहे हैं.'
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद आजतक ने गृह मंत्री अमित शाह से खास बातचीत की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के 400 पार और बीजेपी नेताओं के 'संविधान में संशोधन' जैसे बयानों पर उन्होंने खुलकर बात की. उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी की ऐसी कोई योजना नहीं है कि सीटें मिलने के बाद संविधान में संशोधन करेंगे या सेक्युलर शब्द हटाएंगे.
उत्तर प्रदेश और बिहार में मतदान का अब तक का बहुत कम प्रतिशत देखने को मिला है. गृह मंत्री अमित शाह, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और हैदराबाद के असदुद्दीन ओवैसी ने अपना नामांकन दाखिल किया है. चुनावी हिंसा की खबरें भी कई हिस्सों से सामने आई हैं. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.