
Anil Ambani के हाथ से निकली ये कंपनी... हिंदुजा ग्रुप होगा नया मालिक, IRDAI से मिली मंजूरी
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Anil Ambani की रिलायंस कैपिटल को लेकर नवंबर 2021 में रिजर्व बैंक की ओर से बड़ी खबर आई थी. RBI ने कंपनी द्वारा शासन के मुद्दों और भुगतान न करने के आरोपों को लेकर इसके बोर्ड को भंग कर दिया. केंद्रीय बैंक ने नागेश्वर राव वाई को प्रशासक नियुक्त किया था.
देश के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के भाई अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनी रिलायंस कैपिटल को लेकर बड़ी खबर आई है. अब इसके नए मालिक हिंदुजा ग्रुप को Reliance Capital के अधिग्रहण के लिए बीमा नियामक इरडा (IRDAI) की मंजूरी मिल गई है. रेग्युलेटर ने अनिल अंबानी की कंपनी को टेकओवर करने के लिए Hinduja Group की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) की बोली को सशर्त मंजूरी दी है.
अब अधिग्रहण का रास्ता साफ
हिंदुजा समूह की इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स (IIHL) को अनिल अंबानी की दिवालिया कंपनी रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए लंबे समय से इरडा की मंजूरी का इंतजार था और इसी कारण इस प्रक्रिया में देरी भी हो रही थी. गौरतलब है कि रिलायंस कैपिटल की इंश्योरेंस ब्रांच में पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस जनरल इंश्योरेंस और निप्पॉन लाइफ के साथ 51:49 संयुक्त उद्यम, रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस का अधिग्रहण शामिल है. इस संबंध में शनिवार को आईआईएचएल के स्पोक्सपर्सन ने कहा है कि हमें इरडा से मंजूरी मिलने की खुशी है, हालांकि, ये अभी हमें वैधानिकऔर न्यायिक मंजूरियों/अनुपालनों के अधीन है.
2021 में भंग किया गया था बोर्ड
Anil Ambani की रिलायंस कैपिटल को लेकर नवंबर 2021 में रिजर्व बैंक की ओर से बड़ी खबर आई थी. RBI ने कंपनी द्वारा शासन के मुद्दों और भुगतान न करने के आरोपों को लेकर इसके बोर्ड को भंग कर दिया. केंद्रीय बैंक ने नागेश्वर राव वाई को प्रशासक नियुक्त किया था, जिन्होंने कंपनी का अधिग्रहण करने के लिए फरवरी 2022 में बोलियां आमंत्रित की थीं. रिलायंस कैपिटल पर 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था और चार आवेदकों ने शुरू में समाधान योजनाओं के साथ बोली लगाई थी. लेकिन कर्जदारों की समिति ने कम बोली मूल्यों के लिए इन सभी योजनाओं को खारिज कर दिया और तभी से इस प्रक्रिया में लगातार देरी हो रही थी.
NCLT से पहले ही मिल चुकी है मंजूरी













