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5G के खिलाफ कोर्ट गईं जूही चावला, क्या हैं दलील, कितना खतरा?

5G के खिलाफ कोर्ट गईं जूही चावला, क्या हैं दलील, कितना खतरा?

The Quint
Monday, May 31, 2021 05:48:36 PM UTC

एक्टर और एन्वायरमेंटल एक्टिविस्ट जूही चावला ने भारत में 5जी लागू करने के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. Actor and environment activist Juhi Chawla has filed a suit in Delhi high court against 5G implementation in India.

5G वायरलेस नेटवर्क को लेकर दुनियाभर में बहस जारी है. बॉलीवुड एक्टर और एन्वायरमेंटल एक्टिविस्ट जूही चावला ने अब इस सिलसिले में दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है. अपनी याचिका में जूही चावला ने रेडिएशन से लोगों और जानवरों पर होने वाले प्रभावों को लेकर चिंता व्यक्त की है.तो 5G नेटवर्क को लेकर क्यों छिड़ी है दुनियाभर में बहस? समझते हैं.जूही चावला ने दायर की याचिकाजूही चावला ने कहा, “हम टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट के खिलाफ नहीं है. बल्कि, हम टेक्नोलॉजी के लेटेस्ट प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें वायरलेस कम्युनिकेशंस के क्षेत्र भी शामिल हैं. हालांकि, बाद के उपकरणों का उपयोग करते समय, हम निरंतर दुविधा में रहते हैं, क्योंकि वायर-फ्री गैजेट्स और नेटवर्क सेल टावरों से RF रेडिएशन के संबंध में अपनी खुद की रिसर्च और स्टडी करने के बाद, हमारे पास ये मानने का पर्याप्त कारण है कि रेडिएशन लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर हानिकारक है.”जूही चावला ने कहा कि अगर टेलीकन्युनिकेशंस इंडस्ट्री 5G लागू करने का प्लान करती है, तो कोई इंसान, कोई जानवर या धरती पर कोई भी पेड़-पौधा RF रेडिएशन से बच नहीं पाएगा, जो कि मौजूदा रेडिएशन से काफी ज्यादा खतरनाक है.दिल्ली हाईकोर्ट में दायर याचिका में चावला ने अधिकारियों को बड़े पैमाने पर जनता को प्रमाणित करने के लिए निर्देश देने की मांग की कि 5G टेक्नोलॉजी मानव जाति, पुरुष, महिला, वयस्क, बच्चे, शिशु, जानवरों और हर प्रकार के जीव-जंतुओं, वनस्पतियों और जीवों के लिए सुरक्षित है.5G को लेकर स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड्स समेत कई देशों में विरोध प्रदर्शन भी हो चुका है.5G को लेकर क्या हैं चिंताएं?BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, 5G नेटवर्क रेडियो तरंगों द्वारा किए गए संकेतों पर निर्भर करता है, जो इलेक्ट्रोमैगनेटिक स्पेक्ट्रम का एक हिस्सा है, ये एंटीना और आपके फोन के बीच ट्रांसमिट करता है. पुराने मोबाइल नेटवर्क की तुलना में, 5G ज्यादा फ्रीक्वेंसी की वेव का इस्तेमाल करता है, ताकि एक समय पर ज्यादा से ज्यादा डिवाइस इंटरनेट से कनेक्टेड रहें और ये तेज स्पीड में काम करे.5G नेटवर्क इस स्पीड से काम कर सके, इसके लिए इसे ज्यादा ट्रांसमिटर मास्ट (खंभों) की जरूरत होती है, जो जमीनी स्तर के नजदीक लगाए जाते हैं.WHO की 27 फरवरी 2020 क...
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