351 करोड़ बरामद, जानिए कितना बड़ा है धीरज साहू का शराब कारोबार... परिवार के नाम पर कई कंपनियां
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Dheeraj Sahu Family Business: झारखंड और ओडिशा में ज्यादातर शराब कंपनियां धीरज साहू के परिवार की है. इसके अलावा धीरज साहू के कई अन्य बिजनेस भी हैं. कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक साहू परिवार का करीब 125 साल से शराब कारोबार में वर्चस्व है.
साहू ग्रुप (Sahu Group) पर टैक्स चोरी का आरोप है, और इसी कड़ी में साहू ग्रुप के ठिकानों में आयकर विभाग की टीम ने रेड डाली थी. अलमारियों में ठूंस-ठूंस कर नोटों की गड्डियां निकलने लगीं, जिससे आयकर विभाग की टीम भी हैरान हो गई. आयकर विभाग की ये दबिश तुरंत सुर्खियों में आ गई. क्योंकि इस छापे में राजनीतिक कनेक्शन था. ये छापेमारी कांग्रेसी राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों पर चल रही थी.
दरअसल, धीरज साहू के जुड़े ठिकानों पर 6 दिसंबर से IT की कार्रवाई शुरू हुई थी. इस छापेमारी कुल 351 करोड़ रुपये मिले हैं. जिसे अब तक की सबसे ज्यादा कैश बरामदगी तौर पर देखी जा रही है. ये कार्रवाई शराब से जुड़े कारोबार में टैक्स चोरी की आशंका में शुरू हुई थी. जिसमें आयकर विभाग ने टैक्स चोरी के आरोप में शराब कारोबार से जुड़ी कंपनी समूह के ठिकानों पर छापे शुरू किए थे. जिसमें बौद्ध डिस्टीलरी प्राइवेट लिमिटेड, बलदेव साहू इन्फ्रा लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स और किशोर प्रसाद-विजय प्रसाद बिवरेज लिमिटेड नाम की कंपनियां शामिल हैं.
साहू परिवार का क्या-क्या है बिजनेस?
कांग्रेसी सांसद धीरज प्रसाद साहू का परिवार शराब कारोबार से जुड़ा है. बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज मूल रूप से झारखंड के लोहरदगा जिले की है. इस कंपनी ने 40 साल पहले ओडिशा में देशी शराब बनानी शुरू की थी. कंपनी की बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) की साझेदारी फर्म है. इसी कंपनी की बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड भी है. इसमें बलदेव साहू इन्फ्रा फ्लाई ऐश ईंटों का काम करती है, बाकी कंपनियां शराब कारोबार से जुडी हैं. इनकी टैक्स चोरी के शक में जांच एजेंसी ने झारखंड के रांची और लोहरदगा के अलावा ओडिशा के बलांगीर, संबलपुर, रायडीह इलाकों में कार्रवाई शुरू की थी.
बता दें, झारखंड और ओडिशा में ज्यादातर शराब कंपनियां धीरज साहू के परिवार की है. इसके अलावा धीरज साहू के कई अन्य बिजनेस भी हैं. रांची का मशहूर सफायर इंटरनेशनल स्कूल और हास्पिटल भी इनके परिवार द्वारा चलाया जाता है.
शराब कारोबार के अलावा भी बिजनेस