हामिद अंसारी बोले- पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत को नहीं जानता, BJP ने फोटो शेयर कर घेरा
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पूर्व उपराष्ट्रपति Hamid Ansari पर बीजेपी की ओर से लगातार हमला जारी है. पाकिस्तान पत्रकार की ओर से किए जा रहे दावे के बाद से हामिद अंसारी निशाने पर हैं.
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने एक बार फिर सफाई दी है कि वो नुसरत मिर्जा नाम के किसी भी पाकिस्तानी पत्रकार को नहीं जानते हैं और न ही उसे कभी किसी कॉन्फ्रेंस में आमंत्रित किया है. उनका यह बयान बीजेपी की ओर से शुक्रवार को किए गए ताजा हमले के बाद आया है.
दरअसल पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह कह रहे हैं कि यूपीए के शासन के दौरान वह 5 बार भारत गए हैं उस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए संवेदनशील जानकारी दी गई. मिर्जा कथित तौर पर यह भी कहते दिखाई दे रहे हैं कि वह भारत हामिद अंसारी के न्योते पर गए थे और उनकी उनसे (हामिद अंसारी) से मुलाकात भी हुई थी.
पाकिस्तानी पत्रकार के इस वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी अब कांग्रेस और पूर्व उपराष्ट्रपति को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. शुक्रवार को पार्टी की ओर से एक तस्वीर भी जारी की गई है जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक बैठक में तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा दिख रहे हैं.
हालांकि हामिद अंसारी की ओर से सभी आरोपों को खारिज कर दिया गया है. उनकी ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पूर्व उपराष्ट्रपति पुराने बयान पर कायम हैं कि वो किसी भी नुसरत मिर्ज नाम के किसी भी पाकिस्तानी पत्रकार को नहीं मानते हैं और न ही कभी आतंकवाद पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में आमंत्रित किया है.
बीजेपी के सभी आरोपों को खारिज करते हुए दो दिन पहले भी हामिद अंसारी ने कहा था कि यह सभी को पता है कि उप राष्ट्रपति के कार्यक्रम में आने वाले विदेशी मेहमानों को सरकार की सलाह, ज्यादातर विदेश मंत्रालय की ओर से आमंत्रित किया जाता है.
बीजेपी के आरोप बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने बुधवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जो मुहिम पूरी दुनिया में चलाई जा रही है उसमें भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है और कांग्रेस की सरकार 2005-11 के बीच में पांच बार ऐसे व्यक्ति को भारत बुलाती हैं जो देश की गोपनीय जानकारी साझा करता है. देश की जनता ये पूछना चाहती है कि आतंकवाद का खात्मा करने के लिए क्या कांग्रेस सरकार की यही नीति थी? कांग्रेस देश की अति गोपनीय चीजों को दूसरे देश से साझा कर रही थी, जिसका वो आतंकवाद के लिए इस्तेमाल कर रहे थे.
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